रायपुर। छत्तीसगढ़ में डेंटल घोटाले में स्टेट डेंटल काउंसिल ने दो चिकित्सकों का पंजीयन एक वर्ष के लिए निलंबित कर दिया है। इधर, स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जांच जारी है। बता दें कि राजधानी में दो वर्ष पूर्व सामान्य बच्चों के दांतों में तार लगाकर स्मार्ट कार्ड से राशि निकाले का मामला सामने आया था।
इस मामले में ऐसे बच्चों के दांतों का इलाज कर दिया गया था, जिसमें उन्हें इलाज की जरूरत ही नहीं थी। इसमें श्री सांई सुपर स्पेशियलिटी डेंटल अस्पताल के डॉ. मनीष कुमार पंडित और छत्तीसगढ़ डेंटल हास्पिटल के डॉ. रवि कुमार गोयल पर शासन ने जांच बिठाई थी। मामले में स्वास्थ्य विभाग, आयुष्मान भारत, डेंटल कालेज की अलग अलग टीमों ने जांच किया।
डेंटल कालेज ने अनियमितता को लेकर रिपोर्ट भी सौंपी थी। रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी कि दोनों डाक्टरों ने ऐसा करके करीब एक करोड़ 40 लाख रुपये की रकम निकाल ली है। मामला स्टेट डेंटल काउंसिल के सामने आया था। इसमें काउंसिल ने दोनों डाक्टरों को डेंटिस्ट एक्ट और डेंटिस्ट कोड आफ एथिक्स के तहत एक साल के लिए निलंबित कर दिया है।
स्वास्थ्य विभाग में आयुष्मान भारत के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. श्रीकांत राजिमवाले ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में गठित समिति द्वारा जांच चल रही है। इस मामले में डॉ. मनीष कुमार पंडित और डॉ. रवि कुमार गोयल से उनके मोबाइन नंबर पर संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने फोन का जवाब नहीं दिया।