रायपुर। छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर में वन विभाग और साइबर सेल की टीम ने देर रात बेशकिमती लकड़ी की तस्करी करते हुए एक ट्रक को जब्त किया है। वन विभाग को एक हफ्ते पहले सूचना मिली थी कि ओडिशा से अवैध रूप से बेशकीमती लकडियों की तस्करी की जा रही है।
विभाग की टीम जांच में जुटी रही। मुखबिर से सूचना मिलते ही गुरुवार देर रात पुलिस सक्रिय हुई। बलौदाबाजार के सरसींवा बिलाईगढ़ से बेशकीमती खैर की लकडी लेकर एचआर-29-ई-1756 नंबर का एक कंटेनर रायपुर की तरफ रवाना हुआ। इस खबर को संज्ञान में लेकर पुलिस हरकत में आई और घेराबंदी कर दी।
इस जानकारी को वन विभाग ने पुलिस के आला अधिकारियों से साझा किया। वर्ल्ड रोड सेफ्टी क्रिकेट सीरिज में डयुटी के लिए रायपुर, महासुमंद और धमतरी से बुलाए गए साइबर सेल के जवानों की एक पांच सदस्यीय टीम बनाकर रायपुर आने वाले पांच रास्तों पर तैनात की गई।
इस दौरान साइबर सेल की टीम को रिंगरोड नंबर तीन की तरफ से मिले नंबर का एक ट्रक आता दिखा तो उसको रोकने की कोशिश की, लेकिन ड्राइवर कंटेनर को रोके बगैर भगाकर ले गया। इसके बाद आरंग क्षेत्र में काफी दूर पीछा करने के बाद कंटेनर को रोककर थाना लाया गया औऱ जब कंटेनर को खोला गया तो उसमें बेशकीमती खैर की लकडी बरामद हुई।
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक खैर की लकड़ी का उपयोग कत्था बनाने में किया जाता है। यह बाजार में छह हजार रुपये क्विंटल के हिसाब से बिकती है। जब्त लकड़ी की अनुमानित कीमत करीब दो करोड रुपये बताई जा रही है।
पुलिस ने पंजाब के पटियाला निवासी ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार कर प्रराभिंक पूछताछ की। चालक ने बताया कि बेशकीमती लकड़ी ओडिशा से हिमाचल प्रदेश तस्करी कर ले जा रहे थे। पुलिस ने जब इसके दस्तावेज चेक किये तो सभी दस्तावेज फ़र्ज़ी निकले। फिलहाल पुलिस ने भारतीय वन अधिनियम की धारा 40 व 41 के तहत कार्रवाई कर आऱोपित कंटेनर चालक से पूछताछ कर रही है।
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