बिलासपुर। चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है। इसी भक्ति भावना से अब कोरोना संक्रमित जल्द रतनपुर स्थित लखनी देवी माता के दरबार में पहुंचेंगे। यहां मेडिकल स्टाफ संक्रमितों का इलाज कर उन्हें स्वस्थ करेंगे। रविवार को मां महामाया मंदिर ट्रस्ट ने हाल समेत आठ कमरों को कोविड अस्पताल बनाने जिला प्रशासन को प्रस्ताव भेजा है। ग्रामीणों और श्रद्धालुओं ने ट्रस्ट के इस फैसले का स्वागत किया है।
आदिशक्ति मां महामाया मंदिर ट्रस्ट रतनपुर ने संकट की इस घड़ी में समाज सेवा को लेकर बड़ी पहल की है। ट्रस्ट ने एसडीएम के माध्यम से जिला प्रशासन को लखनी देवी मंदिर परिसर में कोविड सेंटर बनाने का प्रस्ताव भेजा है। एक बड़े हाल समेत आठ कमरों को इसमें शामिल किया गया है। सेंटर में मरीजों के लिए आक्सीजन सिलिंडर से लेकर बिस्तर, वेंटीलेटर और संक्रमितों के लिए भोजन की सुविधा प्रदान करने की बात कही है।
दरअसल जिले में संक्रमण बढ़ने के साथ मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। रतनपुर व कोटा क्षेत्र के ग्रामीणों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज नहीं हो पा रहा है। स्थिति गंभीर होने पर मरीज को बिलासपुर शहर लेकर जाना पड़ता है। वहां भी स्थिति बेकाबू है। इलाज के अभाव में कई ग्रामीण दम तोड़ चुके हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए ट्रस्ट ने कदम आगे बढ़ाया है।
हर संकट में जनसेवा
महामाया मंदिर ट्रस्ट ने संकट की इस घड़ी में पहली बार जनसेवा के लिए हाथ आगे नहीं बढ़ाया है। इसके पूर्व जब जब विपत्ति आई है, हर संकट काल में मंदिर की संपत्ति जनसेवा में उपयोगी साबित हुई है।
मेडिकल व पैरामेडिकल स्टाफ जरूरी
लखनी देवी मंदिर परिसर में 20 बिस्तरों का कोविड सेंटर बनाने एसडीएम व कलेक्टर को प्रस्ताव भेजा गया है। बेड, आक्सीजन, वेंटिलेटर और भोजन की व्यवस्था ट्रस्ट करेगा। लेकिन, मेडिकल व पैरामेडिकल स्टाफ की पूर्ति प्रशासन से ही संभव है। अनुमति मिलने के बाद सेंटर तैयार होगा। ग्रामीण अंचल के संक्रमितों को इससे लाभ पहुंचेगा – सुनील सोंथलिया, मैनेजिंग ट्रस्टी, आदिशक्ति मां महामाया मंदिर ट्रस्ट रतनपुर