छत्तीसगढ़ के 16 जिलों में 28 नए धान खरीदी केंद्र: किसानों की सुविधा के लिए सरकार ने खोले केंद्र…अब 2,525 जगहों पर खरीदा जाएगा धान
रायपुर। छत्तीसगढ़ में सरकार ने धान खरीदी के लिए 28 नये केंद्र खोलने की अनुमति जारी कर दी है। इन केंद्रों पर धान खरीदी की सभी आवश्यक सुविधाएं कर संचालन शुरू करने को कहा गया है। ये नये केंद्र 16 जिलों में खोले जाएंगे। अभी तक प्रदेश भर में दो हजार 497 केंद्रों पर धान की खरीदी की जा रही थी।
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी एक नवम्बर से शुरू हुई है। करीब एक लाख पांच हजार किसानों ने 11 नवम्बर तक3 लाख 23 हजार मीट्रिक टन धान बेचा है। इसके एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत 653 करोड़ 77 लाख रुपए का भुगतान जारी कर दिया गया है। खाद्य विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया, 11 नवम्बर को 22 हजार 333 किसानों से 71 हजार 712 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई।
इसके लिए किसानों को आज 29 हजार 375 टोकन जारी किए गए थे। इनमें “टोकन तुंहर हाथ’ एप से 3 हजार 77 टोकन जारी किए। शनिवार की धान खरीदी के लिए राज्य में 27 हजार 353 टोकन तथा “टोकन तुंहर हाथ’ एप के जरिये 3 हजार 667 टोकन जारी किए गए हैं। राज्य में धान खरीदी निर्बाध रूप से जारी है। अधिकारी धान की व्यवस्था पर निरंतर निगरानी बनाए हुए हैं। धान खरीदी को लेकर कहीं से किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं मिली है।
यहां देखिए नये खरीदी केंद्रों की सूची
इस बार सबसे अधिक खरीदी की तैयारी
राज्य सरकार ने इस वर्ष 110 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का अनुमान लगाया है। यह अब तक की सबसे बड़ी सरकारी खरीदी होगी। समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए राज्य में 25 लाख 92 हजार किसानों का पंजीयन हुआ है। इसमें लगभग एक लाख 86 हजार नये किसान है। इस साल किसानों से सामान्य धान दाे हजार 40 रुपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान दो हजार 60 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है।
धान का उठाव भी होने लगा
खाद्य सचिव टोवेश्वर वर्मा ने बताया, पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए धान का उठाव भी शुरू हो गया है। अब तक 84 हजार 304 मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डी.ओ. जारी किए गए हैं। जिसके एवज में उपार्जन केंद्रों से 22 हजार मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है।