
6 मंजिला बनेगा दिल का सरकारी अस्पताल: हर फ्लोर में मिलेंगी अलग-अलग सुविधाएं…सभी जांच से लेकर ओपन हार्ट सर्जरी तक फ्री
अंबेडकर अस्पताल के पिछले हिस्से में 6 मंजिला दिल का सरकारी अस्पताल बनेगा। नए अस्पताल में दिल की जांच से लेकर इंजियोग्राफी, इंजियोप्लास्टी, बाइपास के अलावा ओपन हार्ट सर्जरी भी होगी। इसमें सबसे अहम ओपन हार्ट सर्जरी है, जो अभी सरकारी तौर पर उपलब्ध नहीं है। मरीजों को जरूरत पड़ने पर मजबूरी में प्राइवेट अस्पताल में ओपन हार्ट सर्जरी करवानी पड़ती है। दिल के सरकारी अस्पताल में ये सर्जरी पूरी तरह से फ्री होगी।
अभी प्राइवेट अस्पताल में सर्जरी करवाने पर 3 से पांच लाख तक खर्च आता है। नए अस्पताल में दिल की बीमारी से संबंधित सभी विभाग अलग-अलग मंजिल पर रहेंगे। सेक्टर और अलग-अलग फ्लोर में बंटे होने के कारण मरीजों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी।
राज्य सरकार के प्रस्ताव पर अस्पताल प्रशासन ने नए अस्पताल भवन और उसमें उपलब्ध सुविधाओं का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। अभी दिल का सरकारी अस्पताल, अंबेडकर अस्पताल भवन के एक हिस्से में एडवांस कार्डियेक थेरोसिक सर्जरी विभाग के नाम से चल रहा है, लेकिन संसाधनों और स्टाफ की कमी के कारण कई जरूरी सुविधाएं मरीजों को नहीं मिल पा रही हैं।
इसमें सबसे महत्वपूर्ण ओपन हार्ट सर्जरी है। ओपन हार्ट सर्जरी के लिए न तो यहां डाक्टर हैं और न ही ऑपरेशन थियेटर। इस वजह से डाक्टर मरीजों के लिए ये सुविधा शुरू भी नहीं कर पा रहे हैं। अस्पताल प्रशासन की ओर से अभी जो प्रस्ताव तैयार किया गया है, उसमें ओपन हार्ट सर्जरी के लिए सर्जन के अलावा अलग से ऑपरेशन थियेटर उपलब्ध कराया जाएगा। उसके बाद मरीजों को प्राइवेट अस्पताल रिफर नहीं किया जाएगा।
नए अस्पताल के हर फ्लोर में अलग-अलग मिलेंगी ये सुविधाएं
क्लीनिकल कार्डियोलॉजी- दिल के इस विभाग में हर मरीज की प्राथमिक जांच होगी। विशेषज्ञ डाक्टर परीक्षण करने के बाद मरीज की स्क्रीनिंग कर संबंधित विभाग में भेजेंगे।
इलेक्ट्रोफिजियो कार्डियोलॉजी- नए अस्पताल में ये विभाग अलग होगा। इसमें केवल उन मरीजों का इलाज होगा, जिन्हें दिल की धड़कन कम या ज्यादा होने से संबंधित शिकायत होगी।
स्ट्रक्चरल कार्डियोलॉजी- दिल के अस्पताल में इस विभाग में हार्ट के स्ट्रक्चर से संबंधित मरीजों का इलाज किया जाएगा। किसी का हार्ट बड़ा छोटा या छेद की शिकायत होने पर।
एडल्ट कार्डियोलॉजी- इस विभाग के अंतर्गत मरीजों की ओपन हार्ट सर्जरी की जाएगी। इसमें ओपन हार्ट सर्जन और विशेषज्ञ डाक्टर उपलब्ध रहेंगे।
पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी- बच्चों में दिल की बीमारी की जांच और समस्या दूर करने वाला पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी विभाग अलग रहेगा।
इमेजिंग कार्डियोलॉजी- अस्पताल भवन में इमेजिंग कार्डियोलॉजी विभाग भी पूरी तरह से अलग रहेगा।इसमें केवल दिल की जांच और इंजियोग्राफी होगी।
वेस्कुलर सर्जरी- दिल के अस्पताल में खून की नसों से संबंधित डिपार्टमेंट अलग हिस्से में रहेगा। अभी ये विभाग सरकारी दिल के अस्पताल के साथ ही संचालित हो रहा है।
नए अस्पताल में हर सेटअप पूरी तरह से अलग होगा। ऑपरेशन थियेटर अलग होंगे। इससे मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी – डाॅ. स्मित श्रीवास्तव
अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाने की जरूरत काफी समय से महसूस की जा रही थीं। नए डाक्टर आएंगे तो मरीजों को निश्चिंत तौर पर फायदा होगा – डाॅ. केके साहू, वेस्कुलर सर्जन