रायपुर/महासमुंद। छत्तीसगढ़ की महासमुंद नगर पालिका में कांग्रेस ने बड़ा उलटफेर कर दिया है। यहां हुए नगर पालिका अध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस की राशि महिलांग ने भाजपा के प्रकाश चंद्राकर को बड़े अंतर से हरा दिया है। अब राशि महिलांग यहां की अध्यक्ष होंगी। पूरे 27 साल बाद महासमुंद नगर पालिका में कांग्रेस का अध्यक्ष बना है।
गुरुवार को महासमुंद नगर पालिका के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ। मतदान की प्रक्रिया सुबह 11 बजे से शुरू हुई। कांग्रेस की ओर से राशि महिलांग ने पर्चा भरा। वहीं भाजपा की ओर से पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने ही नामांकन किया। पालिका के 30 पार्षदों ने इसमें वाेट दिया। परिणाम आए तो भाजपा चित हो चुकी थी।
यहां 19 वोट कांग्रेस प्रत्याशि राशि महिलांग के समर्थन में आए। भाजपा उम्मीदवार प्रकाश चंद्राकर को केवल 11 वोट हासिल हुए। निर्वाचन अधिकारी ने राशि महिलांग को जीत का प्रमाणपत्र दे दिया।भाजपा के लिहाज से बेहतर यह रहा कि अविश्वास प्रस्ताव में जितने वोट उनके खिलाफ पड़े थे, उससे एक वोट कम करने में वे कामयाब रहे। अविश्वास प्रस्ताव के लिए 20 वोट मिले थे।
जीत के बाद नवनिर्वाचित अध्यक्ष राशि महिलांग ने कहा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विकास की नीति की जीत हुई। उनकी कुशल रणनीति के कारण आज 27 साल बाद कांग्रेस को एक बार फिर नगर सरकार की जिम्मेदारी मिली है। हमारी प्राथमिकता शहर के मूलभूत सुविधाओं और शहर को विकास की गति पर लेकर जाना है।
पिछले महीने हटा दिए गए थे अध्यक्ष
महासमुंद नगर पालिका के पार्षदों ने अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। कलेक्टर ने इसके लिए चार जुलाई को मतदान करा लिया। इसमें अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में 20 वोट पड़े। तीन वोट अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में पड़े। जबकि 6 पार्षद गैर हाजिर रहे। अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद प्रकाश चंद्राकर को अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था। कलेक्टर ने पालिका के उपाध्यक्ष कृष्णा चंद्राकर को कार्यवाहक अध्यक्ष की जिम्मेदारी दे दी।
ऐसे लगी भाजपा के किले में सेंध
महासमुुंद नगर पालिका में 30 पार्षद हैं। 2020 में नगर पालिका चुनाव के बाद भाजपा के पक्ष में 16 पार्षद थे। उनकी बदौलत भाजपा के प्रकाश चंद्राकर पालिका अध्यक्ष चुने गए थे। वहां नगर पालिका उपाध्यक्ष की कुर्सी कांग्रेस पार्षद के पास रही। कांग्रेस पार्षदों ने नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। इस बीच भाजपा के छह पार्षद एक साथ अज्ञातवास पर चले गए। वहीं दो पार्षदों ने क्षेत्रीय विधायक विनोद चंद्राकर की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ले ली।
प्रदेश अध्यक्ष ने भी की थी मोर्चाबंदी
महासमुंद में उलटफेर के लिए प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भी मोर्चाबंदी की थी। उन्होंने प्रवास कर पार्षदों को इसके लिए तैयार किया। अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले उन्होंने युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध हरितवाल और पीसीसी के सचिव पीयूष कोसरे को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा। वहीं अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार चयन की बारी आई तो भी हरितवाल और कोसरे को जिम्मेदारी मिली। दोनों युवा नेताओं ने यह परीक्षा पास कर ली। उधर क्षेत्रीय विधायक विनोद चंद्राकर ने स्थानीय स्तर पर बदलाव का रास्ता बनाया।