बंदूक की गोली से भी खतरनाक है बर्ड हिट: 1.5 किलो की चिड़िया टकराई तो 1.5 लाख किलो का प्लेन जमीन पर…लेजर लाइट से भगाई जा रही चिड़िया
19 जून 2022 को देश में तीन विमानों की इमरजेंसी लैंडिग हुई। पहली- पटना, दूसरी- दिल्ली और तीसरी गुवाहाटी में। इनमें से पटना और गुवाहाटी के विमानों की लैंडिंग बर्ड हिट की वजह से करनी पड़ी। बर्ड हिट यानी जब किसी उड़ते विमान से पक्षी टकरा जाता है।
ऐसे में सवाल उठता है कि एक पक्षी इतने बड़े विमान को कितना नुकसान पहुंचा देता है कि उसको आनन-फानन में लैंड कराना पड़ता है। आइए आज एक्सप्लेनर में जानते हैं…
1.8 किलो के पक्षी का प्लेन से टकराना बंदूक की गोली से भी ज्यादा खतरनाक
एक रिपोर्ट के मुताबिक 1.8 किलो का एक पक्षी जब किसी तेज रफ्तार विमान से टकराता है तो 3,50,000 न्यूटन फोर्स पैदा होता है।
इसे ऐसे समझें कि 0.365 मीटर की नली वाली बंदूक से जब 700m/s की रफ्तार से एक 40 ग्राम का बुलेट फायर होता है तो इससे 2,684 न्यूटन फोर्स पैदा होता है। यहां न्यूटन, फोर्स का यूनिट है। यह विज्ञान की भाषा हुई। अब इसे आसान भाषा में समझें तो 1.8 किलो का एक पक्षी जब विमान से टकराता है तो इससे एक बुलेट की तुलना में करीब 130 गुना ज्यादा भयानक टकराहट होती है।
ABC साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक 5 किलो के एक पक्षी का 275 किमी/घंटा के रफ्तार से किसी विमान से टकराना वैसा ही है जैसे 100 किलो भार के किसी बैग के 15 मीटर ऊपर से जमीन पर गिरना।
हालांकि, विमान को ‘बर्ड हिट’ से बचाने के लिए सावधानियां बरती जाती हैं, लेकिन जब प्लेन के टर्बाइन से टकराकर पक्षी विमान के इंजन में फंसता है तो इससे हादसे का खतरा बढ़ जाता है।
‘बर्ड हिट’ के खतरनाक होने के लिए ये 4 बातें जिम्मेदार
‘बर्ड हिट’ के ज्यादातर मामलों में पक्षी किसी प्लेन के सामने से या किनारे से टकराता है। इस दौरान प्लेन के विंग से पक्षियों के टकराने की आशंका ज्यादा होती है। जब चिड़िया प्लेन के विंडशील्ड से टकराती है तो इसमें दरार आ जाती है। इसकी वजह से केबिन के अंदर हवा के दबाव में अंतर होता है। ‘बर्ड हिट’ किसी प्लेन के लिए कितना खतरनाक या घातक हो सकता है, ये इन 4 बातों पर निर्भर करता है…
- पक्षी का वेट
- पक्षी की साइज
- पक्षी के उड़ान भरने की स्पीड
- पक्षी के उड़ान भरने की दिशा
हर दिन 34 ‘बर्ड हिट’ के मामले सामने आते हैं
ICAO ने 91 देशों पर सर्वे किया। इसमें पाया कि हर रोज 34 ‘बर्ड हिट’ के मामले दुनिया भर में सामने आते हैं। इसकी वजह से हर साल दुनिया भर में कॉमर्शियल प्लेन को करीब 7.79 हजार करोड़ रुपए का सालाना नुकसान होता है। हालांकि, 92% ‘बर्ड हिट’ के मामले बिना किसी डैमेज के होते हैं।
अब जानिए कि कैसे कोरोना महामारी के बाद साल-दर-साल ‘बर्ड हिट’ के मामले बढ़े हैं…
एयरपोर्ट के पास से पक्षियों को हटाने के लिए अपनाए जाते हैं 3 तरीके..
स्पीकर: सिंगापुर एयरपोर्ट पर बर्ड हिट से बचने और पक्षियों को भगाने के लिए वैन तैनात की जाती है। इसमें लंबी दूरी तक पक्षियों को भगाने के लिए गनशॉट से लेकर 20 तरह की आवाज निकालने वाले लाउडस्पीकर लगे होते हैं।
लेजर गन: सूरत एयरपोर्ट पर बर्ड हिट से फ्लाइट को बचाने के लिए और पक्षियों को भगाने के लिए लेजर लाइट या लेजर गन का सहारा लिया जा रहा है। दरअसल, लेजर गन से लाइट और साउंड साथ निकलता है जो पक्षियों के ध्यान को भटकाने का काम करता है।
शूटर: दुनिया के कई बड़े एयरपोर्ट पर विमान को बर्ड हिट से बचाने के लिए शूटर की नियुक्ति की जाती है। पाकिस्तान के लाहौर एयरपोर्ट अथॉरिटी ने 2020 में 12 बर्ड शूटर्स पक्षियों को मारने के लिए बहाल किए थे।
117 साल पहले ‘बर्ड हिट’ का पहला मामला सामने आया था
बर्ड हिट का पहला मामला 1905 में हवाई जहाज बनाने वाले ओरविल राइट यानी राइट ब्रदर्श में से एक भाई ने रिपोर्ट की थी। ओरविल जब एक मकई के खेत के ऊपर से फ्लाइट उड़ा रहे थे, तब पक्षियों के एक झुंड में वो फंस गए। इस दौरान एक चिड़िया उनके प्लेन से टकराई थी।
हालांकि, दुनिया में बर्ड हिट की वजह से होने वाली बड़ी घटनाओं की संख्या कम है। ज्यादातर मामले में हवाई जहाज को कम नुकसान पहुंचता है, लेकिन कई बार यह खतरनाक भी साबित हो जाता है।
2009 में ‘बर्ड हिट’ की एक घटना जिसने दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा
हर साल दुनिया भर में ‘बर्ड हिट’ के 10 हजार से ज्यादा मामले सामने आते हैं, लेकिन 15 जनवरी 2009 में अमेरिका में घटी एक घटना ने हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा था। दरअसल, US एयरवेज फ्लाइट 1549 के न्यूयॉर्क सिटी से उड़ान भरते ही एक पक्षी विमान से टकराया।
यह ‘बर्ड हिट’ इतना जोरदार था कि पक्षी के टकराते ही विमान के इंजन में आग लग गई। हालांकि खतरे को भांपते हुए पायलट ने हडसन नदी में फ्लाइट को लैंड करा दिया। जिससे बड़ा खतरा टल गया।