RSS की जलती ड्रेस पर कांग्रेस को भाजपा का जवाब: मुख्यमंत्री ने शॉर्ट्स पहने नेहरू की फोटो पोस्ट की…लिखा- क्या इसमें भी आग लगाएंगे
नई दिल्ली। कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से RSS की ड्रेस का जलता फोटो पोस्ट करने पर भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें नेहरू निक्कर पहने नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा- क्या आप इसे भी जलाएंगे? इसके साथ उन्होंने #भारत तोड़ो यात्री (#BharatTodoYatri) हैशटैग भी लगाया।
दरअसल, कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के पांचवें दिन (सोमवार को) पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से की गई एक पोस्ट में RSS के खाकी निक्कर को जलता हुआ दिखाया गया। साथ में कैप्शन था- ‘देश को नफरत के चंगुल से मुक्त कराने और भाजपा-RSS के डैमेज की भरपाई करने के हमारे लक्ष्य पर हम धीरे-धीरे पहुंच ही जाएंगे।’
RSS नहीं, कांग्रेस सेवा दल की यूनिफॉर्म में थे नेहरू
रिपोर्ट्स के मुताबिक, तस्वीर में नेहरू RSS के खाकी शॉर्ट्स में नहीं हैं, बल्कि यह कांग्रेस के सेवा दल की यूनिफॉर्म है। कांग्रेस सेवा दल की स्थापना 28 दिसंबर 1923 को हुई थी। स्वतंत्रता संग्राम के दौर में इस संस्था की यूनिफॉर्म में हाफ पैंट शामिल था। बाद में यूनिफॉर्म को बदलकर सफेद शर्ट, सफेद पैंट और सफेद कैप किया गया। 2018 में सेवा दल की यूनिफॉर्म बदलकर सफेद टीशर्ट, ब्लू जींस और सफेद कैप की गई। सेवा दल के कार्यकर्ता भी बाढ़, भूकंप या किसी त्रासदी के दौरान देशभर में नि:शुल्क सेवा देते हैं।
12 सितंबर को कांग्रेस की पोस्ट पर मचा था बवाल
150 दिन की भारत जोड़ो यात्रा के पांचवें दिन कांग्रेस ने सोमवार को यह तस्वीर पोस्ट की थी। इसमें लिखा था- ‘देश को नफरत के चंगुल से छुड़ाने में 145 दिन बाकी हैं।’ इसके बाद भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर पलटवार किया। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर हिंसा का आह्वान करने का आरोप लगाया। कई नेताओं ने लिखा- ‘कांग्रेस ने 1984 में सिख दंगे कराए थे। आखिरकार कांग्रेस ने मान ही लिया कि वह देश जलाती है।’
RSS ने कहा- कांग्रेस लोगों को नफरत से जोड़ना चाहती है
RSS के सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने सोमवार को रायपुर में कांग्रेस के ट्वीट का जवाब दिया। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस लोगों को नफरत से जोड़ना चाहती है। उनके बाप-दादा ने संघ का तिरस्कार किया और अपनी पूरी ताकत के साथ संघ को रोकने का प्रयास किया, लेकिन संघ रुका नहीं, संघ लगातार बढ़ रहा है।