इंद्रावती नदी पार कर नक्सलगढ़ गांवों में पहुंचे BRC: जितेंद्र शर्मा ने आश्रम में बच्चों संग गुजारी रात, पढ़ाया भी…बच्चे बोले- पढ़कर भविष्य गढ़ना है
दंतेवाड़ा। जिले में इंद्रावती नदी पार के धुर नक्सल प्रभावित गांवों में शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर करने BRC(बेसिक एजुकेशन ऑफिसर) जितेंद्र शर्मा ब्लॉक के स्कूलों का दौरा कर रहे हैं। 2 दिन पहले वे इंद्रावती नदी पार धुर नक्सलगढ़ गांवों की स्कूलों में पहुंचे थे। यहां के चेरपाल, पाहुरनार की सभी स्कूलों का निरीक्षण किया। दो दिनों तक नक्सलगढ़ मे डेरा डाल शिक्षकों, बच्चों की उपस्थिति देखी। शिक्षकों से कहा कि खुद के साथ ही बच्चों की भी 100% उपस्थिति और शिक्षा की गुणवत्ता का पूरा ख्याल रखें। इसके अलावा भी उन्होंने शिक्षकों को जरूरी निर्देश दिए।
नदी पार नक्सलगढ़ गांव के आश्रम के बच्चों के साथ भी उन्होंने रात बिताई। शिक्षा से लेकर बच्चों को दिए जाने वाले भोजन की क्वालिटी परखी। आश्रम, स्कूलों में सफाई व्यवस्था बनाए रखने भी आश्रम अधीक्षक, शिक्षकों से कहा। बच्चों के साथ खेल खेला। रात को बच्चों के बीच बैठकर उन्हें पढ़ाया। बच्चों ने बताया कि वे भी पढ़- लिखकर देश और अपने क्षेत्र की सेवा करना चाहते हैं। बच्चों ने BRC से कहा कि, माड़ का इलाका बहुत पिछड़ा हुआ है। यहां कई सुविधाओं का अभाव है। हमें अच्छी शिक्षा मिल जाए पढ़कर खुद का भविष्य गढ़ेंगे और क्षेत्र के लिए बेहतर करेंगे।
BRC जितेंद्र शर्मा इसके पहले भी इंद्रावती नदी पार माड़ इलाके की स्कूलों में शिक्षा की अलख जगाने काम करते रहे हैं। जान जोखिम में डाल डोंगी (लकड़ी की नाव) से इंद्रावती नदी पार कर वहां के बच्चों को पढ़ाते रहे हैं। अब बीआरसी बनने के बाद शहर, आसपास के गांवों की स्कूल सहित नदी पार माड़ इलाके की स्कूलों का भी निरीक्षण कर रहे हैं।
शिक्षकों के अनुपस्थिति की भी मिलती रही है शिकायतें
दरअसल, इंद्रावती नदी पार के गांवों की स्कूलों में शिक्षकों के अनुपस्थित रहने की भी शिकायतें अक्सर मिलती रही हैं। बच्चों की पढ़ाई के साथ किसी तरह का समझौता न हो इसलिए बीआरसी ने नदी पार के गांवों में 2 दिनों तक डेरा डाल स्कूलों का दौरा किया। शिक्षकों को जरूरी निर्देश दिए। ग्रामीणों ने कहा कि समय- समय पर गांव में अफसरों का दौरा जरूरी है।