जोधपुर। जोधपुर के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम संभाग के सिरोही जिले के पिंडवाड़ा तहसीलदार को रिश्वत की राशि लेते पकड़ने पहुंची। इसकी भनक लगने के बाद घूसखोर तहसीलदार ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और रिश्वत की राशि को रसोई गैस चूल्हे पर जलाने का प्रयास किया। स्थानीय पुलिस और एसीबी की टीम ने कटर के द्वारा दरवाजे को काट भीतर प्रवेश किया गया। रसोई के चूल्हे पर रिश्वत में लिए गए रुपए जलते दिखाई दिए। एसीबी की टीम ने आंवले की छाल का ठेका दिलाने की एवज में मांगी गई एक लाख रुपए की रिश्वत के आरोप में घूसखोर तहसीलदार कल्पेश जैन को हिरासत में लिया है। इस संबद्ध में उससे पूछताछ जारी है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के उप महानिरीक्षक पुलिस , जोधुपर डॉ विष्णुकांत ने बताया कि परिवादी ने एक लिखित शिकायत देकर आवले की छाल का ठेका लेने के सम्बंध में पिंडवाड़ा तहसीलदार कल्पेश कुमार जैन द्वारा श्री पर्वत सिंह राजस्व निरीक्षक, वृत भांवरी, पिण्डवाड़ा, के मार्फत 1,00,000 रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी। इसका गोपनीय रूप से सत्यापन करवाया जाने पर परिवादी से आंवले की छाल का ठेका दिलाने की एवज में कल्पेश कुमार तहसीलदार पिण्डवाड़ा , जिला सिरोही के कहे अनुसार पर्वत सिंह राजस्व निरीक्षक , द्वारा रिश्वत राशि की मांग करना पाया गया। रिश्वत की राशि प्राप्त करने पर विभागीय कार्रवाई के तहत एसीबी की टीम ने तहसीलदार आवास पर दबिश दी जिसकी भनक कल्पेश जैन को होने पर उसने दरवाजा बंद कर दिया। पुलिस के द्वारा समझाइश किए जाने के बाद भी दरवाजा नहीं खोले जाने पर कटर के माध्यम से दरवाजे को काटा गया, जहां कल्पेश जैन घर के भीतर ही छुपा था।
एसीबी टीम और पुलिस ने संयुक्त रूप से इस कार्रवाई को अंजाम देते हुए तहसीलदार के सरकारी आवास में प्रवेश किया जहां सरकारी आवास के किचन में रिश्वत राशि के रूप में ली गई भारतीय मुद्रा चूल्हे पर जलती पाई गई। जिसके बाद आग को बुझाने का प्रयास किया गया और बचे हुए नोटों को बतौर सबूत एसीबी द्वारा कलेक्ट किया गया। पुलिस ने तहसीलदार कल्पेश जैन को हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ जारी है।
जानकारी के अनुसार एसीबी और पुलिस की टीम ने लगातार दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया लेकिन कल्पेश जैन द्वारा किसी प्रकार का कोई जवाब नहीं दिया गया इसके बाद 1 घंटे से अधिक का समय बीत जाने पर कटर के द्वारा मुख्य गेट को काटकर तहसीलदार के सरकारी आवास में प्रवेश किया गया जहां तहसीलदार घर के भीतर छिपा बैठा पाया गया। एसीबी ने आमजन की जागरूकता के लिए फिर से अपना हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है जिस पर पीड़ित व्यक्ति अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।