व्यवस्था में बदलाव: कृषि व इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए इस बार होगा एंट्रेंस एग्जाम…अप्रैल से शुरु हो सकती है प्रक्रिया
रायपुर। कृषि व उद्यानिकी के स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रम, इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक समेत अन्य कॉलेजों में एडमिशन के लिए इस बार प्रवेश परीक्षा होगी। कोरोना संक्रमण की वजह से पिछली बार इसका आयोजन नहीं हुआ था। तब बारहवीं के नंबरों के आधार पर सीटें बांटी गई थी। इसका नुकसान उन छात्रों को हुआ था जिन्हें बारहवीं में कम नंबर मिले थे।
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सीटों के आबंटन संबंधी इस फार्मूले का विरोध भी हुआ था। इस बार एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी की जा रही है। व्यापमं के अफसरों का कहना है कि प्रवेश परीक्षाएं अप्रैल से शुरू हो सकती है। इसके लिए शेड्यूल तैयार किया जा रहा है। कुछ दिनों में ही विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं के लिए पूरा कार्यक्रम जारी कर दिया जाएगा। राज्य में विभिन्न शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए व्यापमं से एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन किया जाता है।
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पिछली बार भी व्यापमं ने तैयारी की थी। मार्च में आवेदन और मई से प्रवेश परीक्षा शुरू होने वाली थी। बड़ी संख्या में छात्रों ने आवेदन किया था। लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन नहीं हुआ।
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बाद में सीटों के आबंटन के लिए पिछली परीक्षा में मिले नंबर को आधार बनाया गया। जैसे इंजीनियरिंग, कृषि की सीटें बांटने के लिए बारहवीं के नंबरों को आधार बनाया गया। जबकि बीएड की सीटें ग्रेजुएशन में मिले नंबरों के आधार पर बांटी गई। इस चक्कर में प्रवेश में देरी हुई। यह फार्मूला उन छात्रों के लिए अच्छा रहा जिन्हें बारहवीं या ग्रेजुएशन में अधिक नंबर मिले। उन्हें हर काउंसिलिंग में सीटें मिली। कम नंबर वाले छात्रों को सीटें नहीं मिली। इसलिए इसका विरोध भी हुआ।
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