रायपुर। छत्तीसगढ़ में अस्पतालों और मरीजों के लिए आक्सीजन की कोई कमी नहीं है। सर्वाजिनक और निजी क्षेत्र के संयंत्रों में प्रतिदिन करीब 387 टन से ज्यादा उत्पादन हो रहा है। वहीं, राज्य में वर्तमान में भर्ती मरीजों में से करीब पांच हजार 898 काे आक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ रही है। इनके लिए करीब 110 टन आक्सीजन की जरूरत पड़ रही है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में मांग के अनुरूप आक्सीजन गैस की निरंतर आपूर्ति की जा रही है। कोविड-19 मरीजों के लिए स्थापित कोविड डेडिकेटेड हास्पिटल, कोविड केयर सेंटर्स में आक्सीजन प्लांट जम्बो आक्सीजन सेलेंडर और आक्सीजन कंसनटेनटर के माध्यम से निरंतर आक्सजीन उपलब्ध कराई जा रही है।
14 मार्च से बढ़ी आक्सीजन की खपत
विभागीय अफसरों ने बताया कि बीते 14 मार्च से आक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजोें की संख्या में लगातार वृद्धि होने से आक्सीजन खपत भी बढ़ी है। 14 मार्च की स्थिति में राज्य में आक्सीजन सपोर्ट वाले मात्र 197 मरीजों के लिए 3.68 टन आक्सीजन की आवश्यकता थी, जो आज 15 अप्रैल की स्थिति में बढ़कर 110.30 टन हो गई है।
राज्य में 29 आक्सीजन प्लांट
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में प्रेशर स्विंग एडसोरप्शन (पीएसए ) आक्सीजन जनरेटर प्लांट की संख्या कुल 27 है। इनमें रोजाना 176.92 टन आक्सीजन गैस का उत्पादन किया जा रहा है। इसके अलावा राज्य के दो लिक्विड मेडिकल आक्सीजन मैन्युफेक्चर्स रोजाना 210 टन एयर डेस्टीलेशन युनिट और पीएसए आक्सीजन जनरेट किया जा रहा है। इस प्रकार राज्य में कुल 29 प्लांट में 386.92 टन आक्सीजन का उत्पादन हो रहा है।