जिला मुख्यालय मे कलेक्टर के आदेश की उड़ रही धज्जियां, VIDEO: समय पर कार्यालय नही पहुंच रहे अधिकारी-कर्मचारी…बाहर से आना-जाना कर रहे है…कलेक्टर बेखबर
जांजगीर चांपा। कहा जाता है की जहां रौशनी का उद्गम होता है उसी के नीचे सबसे ज्यादा अंधेरा होता है। कुछ ऐसा ही हाल इन दिनों जांजगीर-चांपा जिला मुख्यालय का है। एक ओर जिले के कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा जिले मे तहसील और ब्लॉक स्तर पर अधिकारियों की बैठक लेकर उनको समय पर कार्यालय आने के लिए निर्देशित कर रहे है और लापरवाही होने पर कार्यवाही भी कर रहे है। वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय के शासकीय कार्यालयों मे ही अधिकारी-कर्मचारी समय पर कार्यालय नही पहुंच रहे है। कलेक्टर तारन प्रकाश सिंन्हा ने अधिकारियों-कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए है कि वे मुख्यालय मे रहे, लेकिन फिर भी जिला मुख्यालय के शासकीय कार्यालयों के अधिकारी-कर्मचारी बिना डर के दूसरे जिलों से आना-जाना कर रहे है।
गौरतलब है कि जांजगीर-चांपा जिले के कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा मुस्तैदी से सरकारी विभाग में कसावट लाने में जुटे हुए हैं। इसे लेकर वे आए दिन आकस्मिक रूप से सरकारी विभागों का दौरा भी कर रहे हैं और कार्यालय में कर्मचारियों के लेट लतीफ आने पर उन्हें फटकार लगाते हुए कार्रवाई भी कर रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी अनेक सरकारी विभागों में यह क्रम आज भी लगातार जारी है। इसी कड़ी में जांजगीर-चांपा जिले का जिला आयुर्वेद विभाग भी आता है, जहां छोटे कर्मचारियों को छोड़कर कोई भी जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी कार्यालय मे समय पर नहीं पहुंच रहे हैं।
दरअसल, SNN24 की टीम दिनांक 08/08/2022 को जिला आयुर्वेद कार्यालय से जुड़ी जानकारी प्राप्त करने के लिए RTI का आवेदन लेकर जिला आयुर्वेद कार्यालय 10:00 बजे पहुंचे थे। इस दौरान टीम ने देखा कि 10:00 बजे से लेकर 11:45 तक ना तो जिले के आयुर्वेद अधिकारी कार्यालय पहुंचे थे और ना ही जिम्मेदार बाबू कार्यालय पहुंचे थे। करीब 1 घंटा 45 मिनट इंतजार करने के बाद भी जब जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी नहीं पहुंचे तो SNN24 की टीम को आरटीआई आवेदन को उसी दिन रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से जिला आयुर्वेद कार्यालय के पते पर पोस्ट करना पड़ा।
इससे पूर्व जिला आयुर्वेद कार्यालय पहुंच कर जब हमने कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि जिला आयुर्वेद अधिकारी प्रकाश सिंह जांजगीर में ही रहते हैं, लेकिन फिर भी कभी समय पर आफिस नहीं आते है। जबकि जिम्मेदार बड़े बाबू दिनेश शर्मा बिलासपुर जिले के सरकंडा से आना-जाना करते हैं, जो हमेशा ही आफिस 12 बजे पहुंचते है। यह इस बात का सबुत है कि जांजगीर-चांपा जिले के कलेक्टर भले ही जिले के सभी बाहरी सरकारी कार्यालयों में आकास्मिक निरीक्षण कर कर्मचारियों को फटकार लगा रहे हो, लेकिन उनके कार्यालय के निकट ही स्थित जिला आयुर्वेद कार्यालय पर उनका नियंत्रण नहीं है।
देखना यह है की कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा जिला आयुर्वेद अधिकारी प्रकाश सिंह और बड़े बाबू दिनेश शर्मा की इस लेट-लतीफी पर रोक लगाने मे कामयाब होते हैं या नहीं।