बिलासपुर । कोविड संक्रमण कम नहीं हो रहा है। इधर इससे निपटने के लिए लगातार प्रशासन स्तर पर कोविड अस्पताल की संख्या बढ़ाई जा रही है। मौजूदा स्थिति में निजी व सरकारी अस्पताल मिलाकर 29 कोविड अस्पतालों का संचालन किया जा रहा है। इसके माधम से 1,277 बिस्तर संचालित हो रहे हैं।
इसके बाद भी नए मरीजों को बिस्तर नहीं मिल पा रहा है। एक-एक बिस्तर के लिए मारामारी की स्थिति है। तक जिले में 10,698 सक्रिय मरीज हैं। इसमें से 1,277 का विभिन्न् अस्पतालों में उपचार चल रहा है।
इसके अलावा प्रयास विद्यालय कोविड केयर सेंटर और चित्रकोट भवन कोविड केयर सेंटर में 158 संक्रमित आइसोलेट हैं। शेष 9,669 मरीज होम आइसोलेट चल रहे हैं। इनमें से 1,000 से ज्यादा मरीजों की हालत गंभीर है।
इनकी सांसे उखड़ रखी है। ऐसे में इन्हें अस्पताल की आवश्यकता है। लेकिन 29 अस्पताल होने के बाद कहीं जगह नहीं है। ऐसे में गंभीर मरीजों के स्वजन एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल का चक्कर काटते हुए नजर आ रहे हैं।
आलम यह हो गया है कि यदि किसी अस्पताल से मरीज डिस्चार्ज हो रहा है तो उस एक खाली बेड के लिए मरीजों की लंबी लाइन लगी है।
ऐसे में कोरोना महामारी का प्रकोप जिले में लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इधर प्रशासन लगातार बिस्तरों की संख्या बढ़ाने की कोशिश में लगा हुआ है। लेकिन जिस अनुपात से बिस्तर बढ़ रहे हैं, उसके चार से पांच गुणा रफ्तार से मरीजों को अस्पतालों में भर्ती होने की आवश्यकता आन पड़ रही है।
मरीज और उनके स्वजन बेड के लिए मिन्न्तें करते नजर आए रहे हैं। लेकिन, अस्पताल प्रबंधन भी उनकी मदद के नहीं कर पा रहा है। इनकी किस्मत अच्छी रही, उन्हें ले-देकर बिस्तर नसीब हो रहा है और सैकड़ों को अभी भी अस्पताल में बिस्तर की दरकार है।
जल्द बढ़ जाएंगे 140 बिस्तर
ऐसा नहीं है कि जिला प्रशासन मरीजों की व्यथा नहीं समझ रहा है। प्रशासन स्तर पर लगातार निजी अस्पतालों को कोविड अस्पताल में तब्दील कर बिस्तर की संख्या बढ़ाई जा रही है। वहीं सिम्स में अतिरिक्त रूप से 100 बेड का नया कोविड वार्ड तैयार कर लिया गया है। इसी तरह संभागीय कोविड अस्पताल में भी अतिरिक्त रूप से 40 बेड का वार्ड तैयार कर लिया गया है।
जिसे आने वाले एक से दो दिनों के भीतर शुरू कर दिया जाएगा। इससे गंभीर मरीजों को कुछ हद तक राहत मिलेगी। वहीं आयुर्वेद अस्पताल को भी 60 बेड के कोविड अस्पताल में तब्दील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आने वाले एक सप्ताह के भीतर 60 बिस्तर मरीजों के लिए तैयार रहेगा। इस बीच कुछ अन्य निजी अस्पताल भी कोविड अस्पताल में तब्दील होंगे ।
144 वेंटीलेटर, 1,163 आक्सीजन बेड
29 अस्पताल के माध्यम से मौजूदा स्थिति में 114 वेंटीलेटर बेड का संचालन हो रहा है। इसमें लगातार गंभीर मरीजों का उपचार हो रहा है। वहीं 1,163 बिस्तर आक्सीजन युक्त है। जिन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है उन्हें इसमें रखा जा रहा है। गंभीर होने की दशा में इन मरीजों को वेंटीलेटर में शिफ्ट किया जाता है। इसके अलावा प्रयास आवासीय विालय और चित्रकोट भवन के कोविड केयर सेंटर में 60 आक्सीजन बेड उपलब्ध है।
समाजसेवी संस्थाएं बचा रहीं जान
अस्पताल में बिस्तर की कमी की वजह से मरीजों को समय पर आक्सीजन नहीं मिल पा रहा था। इस समस्या को समझते हुए कई समाजसेवी संस्थाएं होम आइसोलेट में गंभीर होने वाले मरीजों के लिए आक्सीजन सिलिंडर की निश्शुल्क व्यवस्था कर रही हैं। समय पर आक्सीजन उपलब्ध होने से मरीजों की जान बचाने में मदद मिल रही है।
इन अस्पतालों में इतने बिस्तर
सीआरपीएफ हास्पिटल 50, संभागीय कोविड अस्पताल 100, अपोलो 100, महादेव 100, आरबी 123, न्यू जनता 14, किम्स 80, श्री राम केयर 86, एसकेवाय 45, केयर एंड क्योर 100, एसकेबी 20, वासुदेव 20, नारायणी 20, संजीवनी 30, वेगस 30, रेंबो 10, श्रीकृष्णा 22, साईं बाबा 10, ओंकार 40, लाइफ केयर 30, श्री हास्पिटल 20, प्रथम 58, स्वास्तिक 20, सनसाइन 10, स्टार चिल्ड्रन 19, विवेकानंद 60, रेलवे, 75, मार्क हास्पिटल 40, सिम्स 100, संभागीय कोविड हास्पिटल 100