रायगढ़

जोबी वन क्षेत्र में मिला मृत भालू

रायगढ़। गर्मी का दिन आते ही पानी व खाने की तालाश में वन्यप्राणी गांव तक पहुंच जाते हैं। कई ऐसे मामले अब तक सामने आ चुके हैं। खरसिया वन परिक्षेत्र के जोबी सर्कलि के जंगल में एक भालू मृत हालत में मिला। जिसकी जानकारी लगने के बाद आगे की प्रक्रिया वन अमला के द्वारा की जा रही हैं।

इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक खरसिया वन परिक्षेत्र के जोबी सर्कलि के चीताकटरा के कक्ष क्रमांक 1129 पीएफ कापरमार में एक भालू की मौत हो गई और उसका शव जंगल में पड़ा हुआ था। चौकीदार को जब इसकी जानकारी लगी, तो उसने मामले की सूचना उसने अपने उधााधिकारियों को दी। इसके बाद वन अमला द्वारा मौके पर पहुंच कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया गया, तो बताया जा रहा है कि भालू लगभग 12 वर्ष का होगा और वह बीमार नजर आ रहा था। जिसके कारण उसकी मौत हो गई। इसके बाद विभाग के उधााधिकारियों की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार कराया गया। यहां यह बताना लामी होगा कि कुछ माह पहले भी एक भालू की लाश मिली थी जो ग्रामीण पर हमला करके उसकी जान लिया था।

दावानल और पानी के लिए वन्यप्राणी भाग रहे इधर उधर

जानकारों की अगर माने तो गर्मी में जंगलों का पानी सूखने व दावानल व पानी की कमी के चलते वन्यप्राणी इधर उधर भागते हैं और पानी की तालाश व आग की लपटो से बचने के लिए आसपास के आबादी वाले क्षेत्र में पहुंच जाते हैं। इसके बाद कुत्तों व ग्रामीणों के द्वारा शिकार की संभावना बढ़ जाती है। लापरवाह बीटगार्डों की वजह से रायगढ़ वन परिक्षेत्र का लगभग हजारों हेक्टेयर जंगल जल कर राख हो चुका है।

ग्रामीण के घर घुस हिरण छोड़ा गया जंगल

जानकारों की अगर माने तो गर्मी में जंगलों का पानी सूखने व दावानल व पानी की कमी के चलते वन्यप्राणी इधर उधर भागते हैं और पानी की तालाश व आग की लपटो से बचने के लिए आसपास के आबादी वाले क्षेत्र में पहुंच जाते हैं। इसके बाद कुत्तों व ग्रामीणों के द्वारा शिकार की संभावना बढ़ जाती है। लापरवाह बीटगार्डों की वजह से रायगढ़ वन परिक्षेत्र का लगभग हजारों हेक्टेयर जंगल जल कर राख हो चुका है।

ग्रामीण के घर घुस हिरण छोड़ा गया जंगल

रायगढ़ वन परिक्षेत्र के सबसे संवेदनशील बीट कहे जाने वाले बोइरदादर के जंगल से भटकते हुए एक हिरण कोरियादादर गांव के एक घर में घुस गया।

इसके बाद अन्य ग्रामीणों व गोपालपुर के सरपंच को इसकी जानकारी हुई, तो काफी संख्या में ग्रामीण यहां इक्टठा हो गए। इसके बाद किसी तरह हिरण को ग्रामीणों के द्वारा बांध कर रखा गया और मामले की सूचना वन अमला को दी गई। तब वनकर्मी मौके पर पहुंचे और हिरण को इंदिरा विहार लेकर आए। जहां स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उसे जंगल में छोड़े जाने की बात कही जा रही है। देखा जाए तो यहां आए दिन शिकारी वन्य जीव का शिकार करने के लिए घात लगाए रहते है।इसके बाद भी विभाग के उधााधिकारियों के द्वारा लापरवाही पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

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