सूरजपुर

अफसरों की लापरवाही से सूखा बांध: 400 हेक्टेयर कृषि भूमि पर किसान नहीं कर पा रहे खेती…कुरीडीह बांध मरम्मत को मिले 4 करोड़…लेकिन नहीं हुआ काम

सूरजपुर। जिले के ग्राम पंचायत कुरीडीह में बना कुरीडीह बांध पिछले 3 वर्षों से अफसरों की लापरवाही के कारण बदहाली की अवस्था में है। बांध क्षतिग्रस्त व रुक गेट खराब होने से पिछले 3 साल से यहां पानी ही नहीं रुक रहा है।

वहीं बांध की मरम्मत के लिए आई 4 करोड़ की धनराशि भी खर्च नहीं होने के कारण राशि लैप्स हो गई है। इससे आसपास के सैकड़ों किसानों की 400 से अधिक हेक्टेयर जमीन को पानी नहीं मिल पा रहा है। जल संसाधन विभाग को कम करना था। कुरीडीह बांध लगभग 42 हेक्टेयर भूमि में वर्ष 1980 में बनाया गया था।

3 साल से बांध का रुक गेट खराब होने व रुक गेट के बगल से पानी बहने के कारण बांध में पानी ही नहीं रुक रहा है। इससे किसान रवि फसल का लाभ नहीं ले पा रहे हैं, जबकि इससे पहले रवि व खरीफ फसल का लाभ यहां के किसान लेते रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि रवि फसल तो छोड़ दीजिए अब तो खरीफ फसल भी पूरी तरह वर्षा जल के भरोसे हो गई है। बांध में पानी स्टोरेज नहीं होने से खरीफ फसल को भी नुकसान हो रहा है। गांव के किसान अमर सिंह, पूरन सिंह, हीरा लाल, सोहर सिंह ने बताया कि रुक गेट के बगल से छेद हो गए हैं। जिससे बारिश के दिनों में निरंतर पानी बहता रहता है।

विधायक बोले- अफसरों का रवैया चिंताजनक

भटगांव के विधायक व संसदीय सचिव पारस नाथ राजवाड़े ने कहा कि बांध के मरम्मत व स्थिति सुधारने के लिए 4 करोड़ की राशि बजट में दिला दी गई थी, लेकिन काम नहीं किया करोड़ों की राशि लेप्स हो गई जो चिंताजनक है।

सरपंच बोले- अफसरों की लापरवाही से परेशानी

कुर्रीडीह के सरपंच रनिया सिंह बताते हैं कि इस बांध के गेट सहित नहर मरम्मत के लिए से 4 करोड़ की स्वीकृति मिली थी। विभाग के अफसरों की लापरवाही के चलते यह राशि लेप्स हो गई है।

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