जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित जिला बस्तर केदरभा थाना क्षेत्र के कोलेंग इलाके में नक्सलियों ने चांदमेटा, कांदानार और आसपास फोर्स को फंसाने के लिए स्पाइक होल बिछा रखा है। ऐसे ही एक होल में कांदानार के पयारभाटा निवासी 50 वर्षीय सुकड़ा मुचाकी गिर गए। यह बात नक्सलियों को पता चली तो वे गांव पहुंचे व स्वजनों को धमकाया कि अस्पताल मत ले जाओ। जो भी उपचार हो यहीं करो। कई दिनों तक बुजुर्ग दर्द से कराहता रहा। इस बीच शुक्रवार को इसकी जानकारी बस्तर एसपी दीपक झा को मिली। उन्होंने तत्काल फोर्स को रवाना किया। वहां पहुंची फोर्स केजवानों ने बुजुर्ग को कंधे पर लादकर 10 किलोमीटर पैदल चलकर अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस अधीक्षक के आदेश्ा पर जवानों की टीम घायल सुकड़ा मुचाकी के घर जाकर उसे अस्पताल चलने के लिए तैयार किया। फिर उसे कंधे पर लादकर 10 किमी दूर कोलेंग पहुंचाया वहां से वाहन से उसे जगदलपुर मेडिकल कालेज लाया गया है। डाक्टर उसके घावों का उपचार करने में जुटे हैं, लेकिन तीन दिन में मामला काफी बिगड़ चुका है। डाक्टरों के मुताबिक इलाज में देर होने से उसके पांव की एक अंगुली गल गई है। संभावना है कि अंगुली काटनी पड़े।
यह होता है स्पाइक होल
नक्सल इलाकों में फोर्स को फंसाने के लिए नक्सली स्पाइक होल बिछाते हैं। इसके तहत एक बड़ा गड्ढा कर उसमें मोटी नुकीली सरिया व कांच आदि डाल दिया जाता है। फिर गड्ढे पर बांस की पतली परत बिछाकर उस पर पत्ती आदि डाल दिया जाता है। जंगल में गश्त के दौरान जवान जब इस पर कदम रखते हैं तो गिरकर घायल हो जाते हैं। हालांकि स्पाइक होल केशिकार अक्सर ग्रामीण और पशु भी होते हैं।
बुजुर्ग की हालत काफी खराब
बुजुर्ग की हालत काफी खराब है। वह यह भी नहीं बता पा रहा है कि उसके साथ यह घटना कब हुई थी। समय पर अस्पताल न लाने से अंगुली काटने की नौबत आ गई है। हम डाक्टरों के संपर्क में हैं – दीपक झा, पुलिस अधीक्षक, बस्तर।