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सक्ती मे बड़े शहरों की तर्ज पर खुल रहे फर्जी बैंक खाते: ऑनलाइन सट्टा के पैसों का अवैध रूप से हो रहा लेन देन…सट्टे की राजधानी मे कोई कार्यवाही नहीं…आगामी चुनाव पर पड़ सकता है असर?

छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले मे बड़े शहरों की तर्ज पर फेक बैंक अकाउंट खोल कर सट्टे के पैसों का लेनेदेन करने का मामला सामने आया है। उक्त फर्जी अकाउंट से बड़े पैमाने पर सट्टा के करोड़ों रुपए का लेन देन किया रहा है। किंतु इस पूरे मामले की जानकारी होने के बाद भी सक्ती पुलिस मूकदर्शक की भूमिका मे नजर आ रही है, जबकि बाकी जिले के थाना क्षेत्रों मे ऐसे लोगों पर पुलिस द्वारा कड़ी कार्यवाही की जा रही है।

दरअसल, छत्तीसगढ़ मे बड़े पैमाने पर अवैध रूप से ऑनलाइन सट्टे का कारोबार फल फूल रहा है। इसके लिए सटोरियों के द्वारा नवयुवकों को चंद पैसों का लालच देकर उनके नाम पर फेक बैंक अकाउंट खोलवा रहे है। जिसमें सट्टे के पैसों का अवैध रूप से लेनदेन किया जा रहा है। इसके लिए बैंक के अधिकारियों से सांठगांठ कर बैंक अकाउंट खोल कर करोड़ों रुपए का लेनदेन उस अकाउंट से किया जा रहा है। फर्जी बैंक अकाउंट खोलने मे बैंक अधिकारी सहित कर्मचारियों की भूमिका भी संदेहास्पद है।

विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक सक्ती जिले मे भी बड़े शहरों की तर्ज पर बड़े पैमाने मे ऑनलाइन सट्टा का कारोबार किया जा रहा है। इसके लिए नव युवकों के नाम पर फर्जी बैंक अकाउंट खोलकर इस फर्जी खाते के माध्यम से ऑनलाइन सट्टे के पैसों का लेनेदेन किया जा रहा है। सक्ती सहित प्रदेश भर के सटोरियों द्वारा चंद रुपयों का लालच देकर नव युवकों के नाम पर फर्जी बैंक अकाउंट खुलवाया गया है और उससे करोड़ों रुपए की हेराफेरी कर रहे है।

खरसिया से आता है बैंक का कर्मचारी

सूत्रों के मुताबिक इस ऑनलाइन सट्टा के अवैध कारोबार के लिए भारी मात्रा मे नगर के नवयुवक रुचि दिखा रहे है। जिसे सटोरिए अपना मौका बनाने से नहीं चूक रहे है। सक्ती के सटोरियों द्वारा खरसिया के एक बैंक अधिकारी से सांठगांठ कर इस पूरे गोरख धंधे को अंजाम दिया जा रहा है। इसके लिए बैंक के अधिकारी द्वारा सटोरियों से सांठगांठ कर एक कर्मचारी को सक्ती भेजकर नवयुवकों के नाम से खाता खोला गया है। खरसिया के इस बैंक के साथ ही सक्ती के कई बैंक के अधिकारी और कर्मचारी भी इस काम मे संलिप्त है।

खाते का पासबुक, एटीएम कार्ड और चेक बुक अपने पास रखते है सटोरिए

सूत्रों के मुताबिक सटोरियों के द्वारा पहले तो दूसरे युवकों के नाम पर खाता खुलवाया जाता है फिर उसके बाद सटोरियों द्वारा उस बैंक अकाउंट का पासबुक, चेक, एटीएम कार्ड सब अपने पास रख लेते है। इसके एवज मे बैंक खाता धारक को कुछ रकम भी दी जाती है। इसके लिए निजी बैंक के अधिकारी और कर्मचारी को भी भारी मात्रा मे चढ़ावा चढ़ाया जाता है। सटोरियों द्वारा इस काम के लिए अपने विवेक का भरपूर इस्तेमाल किया गया है। जिससे उनको बाद मे किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो।

सक्ती मे आईटी ने किया था सट्टे का खुलासा

सक्ती जिला बनने के करीब दो माह बाद आईटी विभाग की रेड ने बड़े पैमाने पर सट्टा के गोरखधंधे का खुलासा किया था। आईटी विभाग द्वारा सक्ती नगर के छह लोगों के यहां छापामार कार्यवाही की गई थी। जिसमें दो लोगों को छोड़कर बाकी सब के सट्टा के कारोबार से जुड़े होने का खुलासा हुआ था। आईटी की कार्यवाही के बाद भी बंद कुछ लोगों के द्वारा यह काम निरंतर किया जा रहा है।

आईटी विभाग को सक्ती के एक बड़े सटोरिए के घर से एक लाइन मशीन भी मिली थी। जिसके माध्यम से उसके द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध सट्टा खिलाया जाता था। इन सटोरियों के द्वारा खुद का एक सट्टा वेबसाइट बनाकर (जिसका नाम सिल्वर एक्सचेंज है) सट्टा खिलवाए जाने का भी खुलासा हुआ था, जिससे पूरे छत्तीसगढ़ भर मे सट्टे के गोरख धंधे को अंजाम दिया जा रहा है।

सक्ती पुलिस नही कर रही कार्यवाही

सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि छत्तीसगढ़ में सट्टा की राजधानी के नाम से प्रसिद्ध सक्ती जिले में सट्टे, जुए से जुड़े नए कानून के बनने के बनने के बाद से सक्ती पुलिस द्वारा सट्टा एवं जुआ से संबंधित एक भी कार्यवाही नही की गई है, जो पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रहा है। जबकि इस वर्ष सट्टा पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा सट्टे को गैर जमानती कर दिया गया है। फिर भी सट्टे की राजधानी सक्ती मे पुलिस को खुलेआम चल रहे सट्टे के कारोबार की जानकारी नहीं होना, यह दर्शाता है कि सक्ती पुलिस के संरक्षण मे सट्टे का अवैध कारोबार फल फूल रहा हैं।

SNN24 के पास है सबूत

सट्टे से जुड़े इन फर्जी बैंक खातों की जानकारी एक-एक करके अब SNN24 के पास पहुंच रही है। जिसका खुलासा बहुत जल्द हमारी इस न्यूज वेबसाइट के द्वारा किया जाएगा। इसमें शामिल लोगों के नाम भी बहुत जल्द सामने आएंगे। जिसके बाद नगर और जिले वासियों की नजर पुलिस की कार्यवाही पर होगी।

आगामी चुनाव मे दिखाई पड़ सकता है सट्टे का असर

सक्ती मे सट्टा के इस अवैध कारोबार से नगर और जिलेवासी अनभिज्ञ नही है। सक्ती की जनता मे सट्टे के इस बढ़ते कारोबार को लेकर काफी आक्रोश है, जो आगामी विधानसभा चुनाव मे अपनी छाप छोड़ सकता है क्योंकि इन मामलों मे कोई कार्यवाही ना होने से लोगों मे आक्रोश है।

एक ओर विधानसभा अध्यक्ष और क्षेत्रीय विधायक डॉ. चरणदास महंत अपने काम को लेकर सबके आइकन बन रहे है तो वहीं दूसरी ओर सक्ती के इनके कुछ छूट भैय्या नेता इनकी इज्जत को मिट्टी मे मिलाने मे कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। देखने वाली बात यह है कि जन जन के नेता विधानसभा अध्यक्ष जन जन के हो पाते है या फिर सिर्फ अपनी पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं के, जो उनकी राजनीतिक शाख को मिट्टी मे मिलाने मे जूटे हुए है।

To be continued…….

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