रायपुर। ओडिशा के कोरापुट में सात करोड़ 90 लाख के नकली नोटों के साथ पकड़े गए पावर प्लांट, जांजगीर के पूर्व इंजीनियर रविंद्र मनहर के तार नवा रायपुर से जुड़ रहे हैं। पुलिस को शक है कि रविंद्र से नवा रायपुर और रायपुर के कुछ और लोग जुड़े हो सकते हैं, जो नकली नोटों के कारोबार में संलिप्त हैं।
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लिहाजा कोरापुट पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर रविंद्र समेत उसके साथी हर कुमार साहू, मनहरण लहरे के मोबाइल की काल डिटेल खंगाली जा रही है। फिलहाल पुलिस को नए तथ्य नहीं मिले हैं, लेकिन रायपुर में कुछ साल पहले नकली नोट के साथ पकड़े गए सौदागरों के साथ रविंद्र के लिंक जुड़े होने से इन्कार नहीं किया जा सकता।
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पुलिस सूत्रों ने बताया कि नकली नोटों के साथ कोरापुट पुलिस के हत्थे चढ़े जांजगीर जिले के अकलतरा पुलिस थाना क्षेत्र के ग्राम अमरताल निवासी रविंद्र मनहरे (46) समेत मालखरौदा के भड़ोरा के मनहरण लहरे (38) और हसौद के हर कुमार साहू (33) ने नवा रायपुर में किराए का फ्लैट लेकर नकली नोटों की छपाई करने के बाद कार से ये नोट लेकर खपाने के लिए ओडिशा के रास्ते से विशाखापट्टनम जाते समय पुलिस की गिरफ्त में आए थे।
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कोरापुट पुलिस को गिरोह के मास्टर माइंट रविंद्र ने पूछताछ में कई चौंकाने वाली जानकारी दी है। इस जानकारी को रायपुर पुलिस के अफसरों से कोरापुट पुलिस ने शेयर किया है। हालांकि इस मामले में अफसर जांच का हवाला देकर अधिकृत तौर पर कुछ भी बताने से बच रहे हैं।
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आरोपितों के मोबाइल सर्विलांस पर
एएसपी क्राइम अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि नवा रायपुर के फ्लैट में करोड़ों के नकली नोटों की छपाई कर उसे खपाने की कोशिश करने के मामले में तीन लोगों को कोरापुट पुलिस ने पकड़ा है। इसकी जानकारी मिलने पर तीनों के मोबाइल को सर्विलांस पर रखा गया है। काल डिटेल से नए तथ्य आने की संभावना है। उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।