रायपुर। शिक्षकों की जिस स्थानांतरण सूची पर मंगलवार की सुबह से ही बवाल मचा रहा, वह आखिरकार फर्जी निकली। कई शिक्षक संघों ने इस सूची के वायरल होने के बाद अपना बयान देकर विरोध शुरू कर दिया था। बाद में पड़ताल करने पर पता चला कि यह सूची पूरी तरह से फर्जी है।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने इसे फर्जी बताते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ थाने में एफआइआर दर्ज करवा दी है। शिक्षा विभाग के उस आदेश में 21 शिक्षक और एक सहायक ग्रेड का नाम था। जानकारी के अनुसार शिकायत स्कूल शिक्षा विभाग के अवर सचिव जनक कुमार ने राखी थाने में की है।
अवर सचिव द्वारा की गई थाने में शिकायत में कहा गया है कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा 30 मार्च को व्याख्याता, शिक्षक एलबी और सहायक ग्रेड दो के सरल क्रमांक एक से 21 तक स्थानांतरण आदेश जारी किया गया। इस आदेश में उनका पदनाम होने के साथ ही फर्जी हस्ताक्षर भी हैं। इस वायरल सूची में सात व्याख्याता, पांच शिक्षक और आठ सहायक शिक्षक के लिए स्थानांतरण आदेश दिए गए थे। बताया जा रहा है कि इनमें से ज्यादातर बस्तर के इलाकों में तैनात शिक्षकों को मैदानी इलाकों में तबादला किया गया।
इन शिक्षकों का हुआ था फर्जी स्थानांतरण
व्याख्याता सुनील कुमार साहू का कांकेर से बालोद, व्याख्याता मोनिषा साहू का दुर्ग से पाटन, व्याख्याता हेमलता देवांगन का कवर्धा से दुर्ग, व्याख्याता मनीषा कोसमा का सुकमा से बालोद, व्याख्याता शीतल ठक्कर का बालोद से रायपुर, व्याख्याता बीना देवांगन का बेमेतरा से दुर्ग समेत 21शिक्षक व एक सहायक ग्रेड का नाम था।