बिलासपुर। राजधानी रायपुर में शनिवार की सुबह 11 बजे प्रदेश के पहले वर्चुअल कोर्ट का शुभारंभ हुआ। हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पीआर रामचंद्र मेनन समेत अन्य न्यायाधीशों की मौजूदगी में रायपुर में नवीन न्यायालय भवन में 18 कोर्ट रूम का भी आनलाइन लोकार्पण किया गया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता रायपुर के पोर्ट फोलियो जज जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा ने की। वहीं विशिष्टि अतिथि के रूप में कम्प्यूटराजेशन कमेटी के अध्यक्ष जस्टिस मनींद्र मोहन श्रीवास्तव मौजूद रहे। मुख्य न्यायाधीश मेनन ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से अपने सहयोगी जस्टिस प्रशांत मिश्रा व जस्टिस मनींद्र मोहन श्रीवास्तव की उपस्थिति में आनलाइन फीता काकर शिला पट्टिका का अनावरण कर नए कोर्ट कक्ष का लोकार्पण भी किया।
प्रभारी रजिस्ट्रार कम्प्यूटराइजेशन शहाबुद्दीन कुरैशी ने वर्चुअल कोर्ट की आनलाइन प्रक्रिया के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए आनलाइन समन जारी करने से लेकर राशि जमा करने सहित अन्य सभी प्रक्रियाओं की जानकारी दी।
मुख्य अतिथि व अतिथियों के उद्बोधन से पहले जिला एवं सत्र न्यायाशीध रामकुमार तिवारी ने नवीन न्यायालय भवन में 18 नए कोर्ट कक्षों की सौगात मिलने पर सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। साथ ही उन्होंने इससे पक्षकार व आमजनों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी दी।
रायपुर के सीजेएम भूपेंद्र वासनिकर ने कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर के सचिव न्यायाधीश उमेश उपाध्याय ने किया। इस कार्यक्रम में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी रायपुर डा. एस भारतीदासन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव, न्यायाधीश, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष आशीष सोनी एवं सचिव कमलेश पांडेय, बार एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं सदस्यों के साथ ही न्यायालयीन अधिकारी-कर्मचारी, अधिवक्ता, पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।
पक्षकारों व आमजनता की सुविधा में होगी बढ़ोतरीः मुख्य न्यायाधीश
मुख्य न्यायाधीश पीआर रामचंद्र मेनन ने कार्यक्रम में कहा कि वर्चुअल कोर्ट के माध्यम से आनलाइन कार्रवाई होने के बाद अब न्यायाधीशों को अन्य न्यायालयीन कार्यों के लिए समय की बचत होगी। यह आधुनिक व्यवस्था पक्षकारों व आमजनों के लिए भी सुविधाजनक है। वर्तमान समय में नई न्यायिक व्यवस्था के लिए नई तकनीक से सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी।
आमजन को जागरूक करने की होगी आवश्यकता
कार्यक्रम में जस्टिस मनींद्र मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि आज के समय में वर्चुअल कोर्ट जरूरी है। लेकिन इसकी तकनीकी जानकारी को लेकर आमजनों को व्यापक रूप से जागरूक करना आवश्यक है। ताकि इसके संबंध में हर किसी को जानकारी हो।
न्यायिकक प्रक्रिया में निभाएगी अहम भूमिकाः जस्टिस मिश्रा
जस्टिस प्रशांत मिश्रा ने कहा कि कोरोना काल में शुरू हुए वर्चुअल कोर्ट की उपयोगिता आज की आवश्यकता बन गई है। जब निचली अदालतों में कामकाज बंद था तब हाई कोर्ट में वर्चुअल सुनवाई हो रही थी। इस आधुनिक तकनीक की व्यवस्था को लेकर राज्य में पहला वर्चुअल कोर्ट शुरू हुआ है। आने वाले समय में यह व्यवस्था प्रदेश के सभी अधिनस्थ न्यायालयों में करनी होगी। उन्होंने वर्चुअल कोर्ट के महत्व को लेकर विस्तार से जानकारी दी।