खाद्य विभाग ने अभी तक शुरू नहीं किया जांच अभियान: मिठाई दुकानों के खिलाफ मिलावट के 300 से ज्यादा केस…कार्रवाई लंबित…फिर सजा बाजार
रायपुर। दिवाली को केवल 10 दिन ही बाकी रह गए हैं। धनतेरस के साथ ही मिठाई की खरीदी तेज होगी लेकिन अब तक फूड एंड ड्रग डिपार्टमेंट की टीम न तो मिलावटी मिठाईयों की जांच के लिए फील्ड में उतरी है न ही साफ सफाई देखने। जबकि मिठाई दुकानों के खिलाफ 300 से ज्यादा मिलावट के केस एडीएम की कोर्ट में लंबित हैं। उन पर कोई फैसला नहीं हुआ है।
अब अगर फूड विभाग मिठाई के सैंपल जांच के लिए कलेक्ट करेगा तो रिपोर्ट दिवाली के बाद आएगी। क्योंकि एक सैंपल की जांच में न्यूनतम 14 दिन लगते हैं। पड़ताल में पता चला है कि राजधानी की 4 हजार से ज्यादा होटलों, मिठाई की दुकानों और रेस्तरां में एक भी बड़ी मिठाई की दुकान ऐसी नहीं है जिसका सैंपल पूर्व में जांच के दौरान फेल नहीं हुआ है। यानी हर बड़ी दुकान में मिलावटी मिठाई मिल चुकी है।
खोवे की मिठाई में ये हो सकती है मिलावट
- दूध की जगह सस्ती कंपनी के दूध पाउडर का उपयोग
- खोवे में अरारोट की मिलावट ताकि खोवा बचाया जा सके
- शुद्ध घी की जगह वनस्पति तेल का उपयोग
- खोवे की मात्रा कम कर उसमें आलू की मिलावट
- शक्कर की जगह कम कीमत वाली सैकरीन का उपयोग
- ऐसे रंग का उपयोग हो खतरनाक हो सकते हैं
- सभी तरह की स्टार्च प्रोडक्ट की जांच
- दूध से फैट निकालकर उसमें पानी की मिलावट
मिठाई जीवाणु की जांच नहीं क्योंकि माइक्रोबायोलॉजी लैब ही नहीं
मिठाई और दूसरी खाने पीने की चीजों में केवल मिलावट और रंग की ही जांच अभी की जा रही है। किसी भी खाद्य सामग्री में किसी तरह का वाइरस या जीवाणु या सूक्षम कीट तो नहीं हैं? इसकी जांच अभी नहीं हो रही है, क्योंकि यहां माइक्रोबायोलॉजी जांच शुरू नहीं हुई है। अफसरों का कहना है कि मशीन की खरीदी कर ली गई है। एक-दो महीने के भीतर ये लैब शुरू हो जाएगा। उसके बाद जांच की जाएगी।
हर साल 22 सौ सैंपल
फूड एंड ड्रग विभाग हर साल पूरे प्रदेश में खाने पीने की सामग्री के 22 सौ से ज्यादा सैंपल कलेक्ट करता है। इसमें से 10 फीसदी सैंपल फेल हो जाते हैं। उनका केस संबंधित जिले के कलेक्टोरेट में एडीएम की कोर्ट में पेश किया जाता है।
क्या कहते हैं अफसर
एडिशनल खाद्य एवं औषधि नियंत्रक राजेश शुक्ला का कहना है अभियान चलाने के निर्देश दे दिए गए हैं। दिवाली में ज्यादा बिकने वाली मिठाइयों पर फोकस रहेगा। सैंपल कलेक्ट कर मिलावट की जांच की जाएगी।
ऐसे पहचान करें बासी और मिलावटी मिठाई की
कलाकंद और पेड़े का रंग सफेद की जगह पीला तो नहीं
मिठाई में गहरे या आंखों को चुभने वाले रंग का उपयोग
मिठाई पर लगे चांदी के वर्क को हाथ में रगड़ने से टूटा तो जान लें ये कुछ और है।