
छत्तीसगढ़: आक्सीजन गैस आपूर्ति के लिए चार नए उद्योगों को मिला लाइसेंस
रायपुर। लगातार बिगड़ते कोरोना हालत के बीच इन दिनों कोरोना अस्पतालों व केयर सेंटरों में आक्सीजन सिलिंडर की मांग बढ़ने लगी है। इसे देखते हुए प्रशासन ने गैस आपूर्ति के लिए चार नए उद्योगों को लाइसेंस दिए है, ताकि कोरोना मरीजों के लिए किसी भी प्रकार से आक्सीजन गैस सिलिंडर की कमी नहीं हो। जानकारी के अनुसार शनिवार तक की स्थिति में छोटे व बड़े सिलिंडर मिलाकर 9700 आक्सीजन गैस सिलिंडर की उपलब्धता है।
इन दिनों कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसके चलते आक्सीजन गैस सिलिंडर की मांग अस्पतालों या केयर सेंटर के साथ घरों में भी होने लगी है। इसके चलते ही पखवाड़े भर पहले की तुलना में आक्सीजन सिलिंडरों की मांग दोगुनी हो गई है। जानकारों का कहना है कि प्रदेश में अभी रोजाना जितने भी कोरोना मरीज मिल रहे है।
उनमें से 25 फीसद मरीजों को आक्सीजन सिलिंडर दिया जा रहा है। आक्सीजन गैस सिलिंडर की सप्लाई करने वाले कारोबारियों का कहना है कि मांग तो लगभग दोगुनी हो गई है। खाद्य नियंत्रक केडी कुंजाम ने बताया कि आक्सीजन सिलिंडर की उपलब्धता में किसी भी प्रकार से कमी नहीं होने दी जाएगी। इसके लिए प्रशासन लगातार काम कर रहा है।
दो तरह के आक्सीजन सिलिंडर
अस्पतालों या केयर सेंटर में दो तरह के आक्सीजन सिलिंडर सप्लाई किए जाते है। छोटा सिलिंडर आठ से 10 किलो जबकि बड़ा सिलिंडर 25 से 30 किलो के बीच होता है। अगर सिलिंडर में आक्सीजन का प्रेशर 200 से 250 लीटर तक होता है तो ये सिलिंडर दो से ढाई घंटे चल सकता है। लेकिन सिलिंडर में आक्सीजन का प्रेशर फ्लो 100 या 50 से कम हो तो ये आधा घंटे ही चल पाएगा।