आज से 3 दिन की हड़ताल पर स्वास्थ्यकर्मी: एक हजार से अधिक कर्मचारी नहीं करेंगे काम…इमरजेंसी में ही मिलेगी उपचार की सुविधा
बिलासपुर। मंहगाई भत्ता एरियर्स, गृह भाड़ा भत्ता को सातवें वेतनमान के आधार पर पुनरीक्षण सहित अन्य मांगों को लेकर बिलासपुर के एक हजार से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारी सोमवार से तीन दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे। इसके CIMS और जिला अस्पताल में मरीजों का उपचार प्रभावित होने की आशंका है। यहां सिर्फ इमरजेंसी मरीजों का ही इलाज हो सकेगा। हड़ताली कर्मचारी नेहरु चौक में धरना-प्रदर्शन करेंगे।
स्वास्थ्य कर्मचारी ने अपनी लंबित मांगों को पूरा करने के लिए राज्य शासन व विभाग के अधिकारियों को अल्टीमेटम दिया था। मांगे पूरी नहीं होने पर उन्होंने हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी। अब तक शासन और विभाग से उनकी मांगों पर कोई पहल नहीं की गई है। ऐसे में कर्मचारी संघ के नेताओं ने सोमवार से तीन दिन तक हड़ताल करने का एलान कर दिया है।
हड़ताल पर रहेंगे एक हजार से अधिक कर्मचारी
बताया गया है कि CIMS के 450 तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के साथ ही टेक्नीशियन, जिला अस्पताल के 65, 110 से अधिक नर्स सहित तखतपुर ब्लॉक के 135, मस्तूरी के 82, बिल्हा के 134 और कोटा के 95 सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे।
CMHO बोले- RHO सहित अन्य कर्मचारियों से लेंगे काम
CMHO डॉ. प्रमोद महाजन ने बताया कि RHO हड़ताल से वापस आ गए हैं। अब इनसे काम लिया जाएगा। इसके अलावा अन्य कर्मचारियों की भी व्यवस्था की जा रही है। ताकि, अस्पताल में मरीज का इलाज प्रभावित न हो। फिर भी सभी कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से व्यवस्था पर असर पड़ेगा। हमारी कोशिश होगी कि लोगों को जरूरी इलाज मिलता रहे और उन्हें किसी तरह की परेशानी न हों।
इटर्न और नर्सिंग स्टूडेंट्स की लेंगे मदद
CIMS के अधीक्षक डॉ. नीरज शेंडे का कहना है कि मरीजों के इलाज में अव्यवस्था न हो इसके लिए इटर्न करने वाले मेडिकल स्टूडेंट्स के साथ ही नर्सिंग ट्रेनिंग ले रहे स्टूडेंट्स की मदद ली जाएगी। फिर भी इतने सारे कर्मचारी एक साथ स्ट्राइक पर जाएंगे तो काम तो प्रभावित होगा ही। CIMS में बहुत जरूरत पड़ने पर ही मरीजों को भर्ती करेंगे। रुटीन इलाज में परेशानी हो सकती है। लेकिन, इमरजेंसी में लोगों को इलाज मिलता रहेगा।