श्रीलंका के पूर्व तेज गेंदबाज दिलहारा लोकुहेटिगे को ICC ने 8 साल के लिए क्रिकेट से बैन कर दिया है. लोकुहेटिगे को आईसीसी आचार संहिता तोड़ने का दोषी पाया गया है. श्रीलंका के लिए दिलहारा ने 9 वनडे और 2 T20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं, उन्होंने भारत के खिलाफ मैच खेलकर इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था.
दरअसल, लोकुहेटिगे पर ICC की भ्रष्टाचार रोधी संस्था के अंतर्गत नवंबर 2019 में संयुक्त अरब अमीरात में 2017 में हुए टी20 टूर्नमेंट के दौरान मैच फिक्सिंग में शामिल होने का आरोप लगा था. श्रीलंकाई क्रिकेटर को आचार संहिता के अनुच्छेद 2.1.1, अनुच्छेद 2.1.4 और अनुच्छेद 2.4.4 के तहत दोषी पाया है.
भ्रष्टाचार रोधी शिक्षा सत्रों में हिस्सा लिया
लोकुहेटिगे पर यह प्रतिबंध तीन अप्रैल 2019 से लगाया गया. जब उन्हें अस्थायी रूप से प्रतिबंधित किया गया था. ICC की इंटीग्रिटी इकाई के महाप्रबंधक एलेक्स मार्शल ने विज्ञप्ति में कहा था कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में श्रीलंका का प्रतिनिधित्व करने वाले दिलहारा ने कई भ्रष्टाचार रोधी शिक्षा सत्रों में हिस्सा लिया है.
भ्रष्टाचार में शामिल होने पर कार्रवाई
उन्होंने कहा था कि वह समझ गए होंगे कि उन्होंने संहिता का उल्लघंन किया है. इसके अनुसार उनके जुर्माने की गंभीरता से उनके अपराध और बार बार सहयोग करने से इनकार से पता चलता है. अगर कोई भी किसी भी तरह के भ्रष्टाचार में शामिल होने पर विचार कर रहा है, तो इसे उसके लिए सबक की तरह काम करना चाहिए.
ICC भ्रष्टाचार रोधी संहिता ने कसा शिकंजा
श्रीलंका के लिए 9 वनडे और 2 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के बाद सितंबर 2016 में इस 40 साल के खिलाड़ी ने संन्यास ले लिया था. इस साल जनवरी में एक स्वतंत्र पंचाट की सुनवाई के बाद उन्हें ICC भ्रष्टाचार रोधी संहिता के तीन उल्लघंन का दोषी पाया गया था.
मैच फिक्सिंग समेत कई आरोप
उन्हें नवंबर 2019 में ICC भ्रष्टाचार रोधी संहिता के अंतर्गत 2017 में संयुक्त अरब अमीरात में एक टी20 टूर्नामेंट के दौरान मैच फिक्सिंग में संलिप्तता के लिए आरोपित किया गया था, जिसमें श्रीलंकाई टीम ने हिस्सा लिया था. उन्हें संहिता के अनुच्छेद 2.1.1, 2.1.4 और 2.4.4 का दोषी पाया गया था.