जांजगीर चांपा

सक्ती एवं आसपास के क्षेत्रों में धड़ल्ले से चल रहा अवैध फाइनेंस का कारोबार…बड़े-बड़े गोदामों में कैद है हजारों वाहन

जांजगीर चांपा। अवैध फाइनेंस का धंधा सक्ती एवं आसपास के क्षेत्रों में जोर-शोर से फल फूल रहा है, उक्त वाहनों से अपराध की आशंका भी बनी हुई है।

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ज्ञात हो कि मोटरसाइकिल,फोर व्हीलर,ट्रैक्टर व ट्राली को किस्तों मे बेचने/फाइनेंस करने का अधिकार रिजर्व बैंक से मान्यता प्राप्त एवं जिला परिवहन शाखा से पंजीकृत फर्मों को ही होता है,लेकिन सक्ती एवं आसपास के क्षेत्रों मे अवैध तरीके से करोड़ों रुपये के मोटरसाइकिल,ट्रैक्टर, ट्राली इत्यादि फाइनैंस करने का गोरखधंधा जोर-शोर से किया जा रहा है।

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फाइनेंस लाइसेंस के नाम पर इनके पास केवल तहसीलदार द्वारा जारी साहूकारी लाइसेंस ही होता है जिसकी पंजी भी नियमानुसार संधारित नहीं की जाती हैं, तथा प्रत्येक तीन माह मे संधारित रजिस्टर की छायाप्रति निरीक्षण एवं अवलोकन के लिए पेश नहीं किया जाता है। यह सब अवैध धंधा कुछ चुनिंदा गिने-चुने फर्मों के द्वारा करोड़ों में किया जा रहा है।

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इस अवैध फाइनेंस कारोबार की जानकारी स्थानीय पुलिस विभाग को भी है। कुछ मामलों में किस्त नहीं पटाये जाने से अवैध फाइनेंसर द्वारा अवैध तरीके से वाहन खींचने पर मामला थाना तक भी पहुंचता है, लेकिन मामला थाने मे पहुंचने के बाद दलाल एवं पुलिस आपसी राजीनामा करा कर चलता कर देती है।

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सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अवैध फाइनेंस व्यवसायी थाने मे प्रतिमाह मोटा चढ़ावा चढ़ाते हैं, यही वजह है कि फाइनेंस व्यापारियों के बड़े-बड़े गोदामों में 500 से 1000 मोटरसाइकिल,ट्रैक्टर एवं ट्राली खींची हुई देखी जा सकती हैं। पुलिस विभाग द्वारा अगर इनके गोदामों मे छापामार कार्यवाही कर वाहनों के कागजातों की जांच की जावे तो अनेक वाहन अवैध रूप से मिल सकते हैं। उक्त वाहनों के कागजात अन्य व्यक्तियों के नाम पर होते हैं, यहां सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि, उक्त वाहनों मे नंबर तक नहीं लिखे होते हैं, जिनसे अपराध की संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।

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