छत्तीसगढ़ मे धड़ल्ले से चल रही अवैध माइनिंग: NGT ने 10 जून से रेत उत्खनन पर 4 माह के लिए रोक लगा दी है…इसलिए बेधड़क चोरी
अंबिकापुर/जरही। एनजीटी ने 10 जून से रेत उत्खनन पर 4 माह के लिए रोक लगा दी है। इस हिसाब से अब नदी से उत्खनन नहीं हो सकता है। निगरानी के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया, लेकिन इसका पालन नहीं हो रहा है। बारिश नहीं होने से नदियां अभी सूखी हुई हैं और माफिया बेधड़क रेत निकाल रहे हैं।
कई खदानों में तो रातभर मशीन लगाकर खनन किया जा रहा है, ताकि बारिश के बाद नदियों में पानी आने से पहले अधिक रेत निकाल ली जाए। ये स्थिति ज्यादातर रेत घाटों पर है। सूरजपुर जिले में 34 रेत घाटों में से 16 चालू हालत में हैं।
वहीं बलरामपुर जिले में 10 खदानों के लिए लाइसेंस जारी हुए हैं। इनमें 3 खदान में उत्खनन चल रहा है, जबकि सरगुजा में चार खदानें हैं। सूरजपुर जिले के ग्राम पंचायत खोपा में बने अवैध घाट में रेत का अवैध कारोबार एनजीटी की रोक के बावजूद थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां रातभर अवैध उत्खनन मशीन लगाकर किया जा रहा है।
करोड़ों के राजस्व का नुकसान
प्रदेश सरकार एक ओर रेत खदानों में अवैध खनन रोकने नियम अनुसार नीलामी के माध्यम से रेत खदानों का आवंटन कर रही है, तो दूसरी ओर दिन रात अवैध रूप से रेत खनन का कार्य हो रहा है। सूरजपुर क्षेत्र के खनन माफिया द्वारा जिले में प्रवेश कर अपनी राजनीतिक पकड़ का खूब फायदा उठा रहे हैं और गुडागर्दी से अवैध रूप से रेत की खुदाई करने पर उतारू हो गए हैं। इसके चलते शासन को करोड़ों के राजस्व का नुकसान हो रहा है।
भंडारण देखने भी जहमत नहीं
ठेकेदार नदी से बाहर रेत डंप कर रहे हैं, क्योंकि अब तक बारिश नहीं हुई है। अवैध रेत खदानों के पास हजारों घन मीटर रेत के ढेर लगे हैं, जिनकी फोटो और वीडियो भी खनिज विभाग को भेजी जा चुकी है, लेकिन राजनीतिक रसूख के लोगों की हिस्सेदारी के कारण कोई भी अधिकारी अवैध भंडारण क्षेत्र में जाने की जहमत नहीं उठा रहे हैं। बता दें जब नदी उफान भर होगी, तो रेत के यही अवैध भंडार लोगों को महंगी रेत उपलब्ध कराएंगे।
34 घाट में 16 ही चालू हालत में
सूरजपुर जिले में 34 रेत खदानें स्वीकृत हैं। इनमें से 16 खदान चल रही है, लेकिन एनजीटी के प्रस्ताव पर 10 जून को एकसाथ पूरे जिले में रेत उत्खनन पर 4 माह के लिए रोक लगा दी है। इस हिसाब से अब नदी से उत्खनन नहीं हो सकता है। सिर्फ अनुमति लेकर भंडारित की गई रेत को ही बेचा जा सकता है, लेकिन खोपा घाट में 10 जून के बाद भी अवैध उत्खनन जारी है और अवैध डंपिंग भी की जा रही है।
रेड में 30 किमी में खनन
फिलहाल 10 से अधिक स्थानों पर माफिया ने जेसीबी लगा रखी है। सूरजपुर जिले में रेड नदी से लगी लगभग 30 किलोमीटर में अवैध खनन किया जा रहा है, जबकि टास्क फोर्स का भी गठन किया है, लेकिन वह कागजों में है। भैयाथान तहसील के खोपा ग्राम घाट, प्रतापपुर तहसील का केवरा ग्राम और खंडगवा घाट में मशीन लगा खनन किया जा रहा है।