बीजापुर

छत्तीसगढ़ मे पुष्पा फिल्म की तर्ज पर एंबुलेंस से सागौन तस्करी: पशु चिकित्सा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर खुद ड्राइव कर जा रहे थे…चेकपोस्ट पर पकड़ाए…अब सस्पेंड

बीजापुर। पिछले दिनों साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की एक मूवी आई थी ‘पुष्पा’। इसमें हीरो लाल चंदन की तस्करी एंबुलेंस के जरिए करता दिखाई देता है। अब बात छत्तीसगढ़ के बीजापुर में भोपालपट्नम की। यह इलाका सागौन तस्करों का स्वर्ग माना जाता है। यहां दोनों बात इसलिए कि वन विभाग की टीम ने पशु चिकित्सा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर लल्लन सिंह को सागौन की तस्करी करते पकड़ा है। खास बात यह है कि उस फिल्मी स्टाइल में डिप्टी डायरेक्टर साहब एंबुलेंस खुद ड्राइव करते हुए सागौन की चिरान ले जा रहे थे। मामला सामने आने के बाद लल्लन सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक, वन विभाग को सूचना मिली कि एंबुलेंस के जरिए सागौन की तस्करी की जा रही है। इस पर टीम ने भोपालपट्नम चेकपोस्ट पर रविवार शाम को चेकिंग शुरू की। इसी दौरान एक सरकारी एंबुलेंस तेज रफ्तार में बीजापुर की ओर जाती दिखाई दी। वनकर्मियों ने एंबुलेंस रोकी तो उसके ड्राइवर ने खुद का परिचय पशु चिकित्सा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर लल्लन सिंह के रूप में दिया। साथ ही जरूरी काम से बीजापुर जाने की बात कही। इसके बाद भी कर्मचारियों ने एंबुलेंस की जांच कराने को कहा।

एंबुलेंस सहित लकड़ियां जब्त की

तलाशी के दौरान एंबुलेंस के अंदर सागौन की 4 नग लकड़ियां बरामद हुईं। सरकारी वाहन में सागौन तस्करी की घटना से हड़कंप मच गया। फारेस्ट नाके पर भी लोगों की भीड़ जमा हो गई। बताया जा रहा है कि लकड़ियों को लेकर डिप्टी डायरेक्टर लल्लन सिंह स्पष्ट जवाब नहीं दे सके। इस पर कर्मचारियों ने इसकी सूचना अफसरों को दी और एंबुलेंस को जब्त कर लिया। इसके बाद लल्लन सिंह दूसरे वाहन से बीजापुर के लिए रवाना हो गए। लकड़ियों को वन विभाग ने अपने काष्ठागार में रखवा दिया है।

रालापल्ली के जंगल से ली गई थी लकड़ियां

मिली जानकारी के अनुसार वाहन में सागौन का चिरान रालापल्ली के जंगल से भरा गया था। वन विभाग की टीम ने सागौन तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गाड़ी को जब्त किया है, लेकिन पशु चिकित्सा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर की दबंगई की पूरे नगर में चर्चा है। अधिकारी के हौसले इतने बुलंद थे कि सरकारी वाहन में दिनदहाड़े सागौन लेकर जा रहे थे। गाड़ी भी खुद ही चला रहे थे। वनकर्मियों का कहना है कि अधिकारी की यह मंशा रही होगी कि एंबुलेंस में सागौन तस्करी की जाए तो किसी को भनक नही लगेगी।

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