जांजगीर चांपा जिले मे प्री-मानसूनी बादल रूठे: जून का दूसरा सप्ताह पर प्री-मानसून बारिश नहीं हुई शुरू…पिछले साल जून के पहले 7 दिनों में 5.3 मिमी बारिश हो चुकी थी
जांजगीर चांपा। इस साल लोगों ने बहुत अधिक गर्मी महसूस की है। मौसम की जानकारी देने वाले साइटों के अनुसार जिले का अधिकतम तापमान 45 प्लस से ऊपर गया है, यानि जिले में लू भी चली। इसके बाद भी जिले में अधिकतम गर्मी का तापमान 26 मई 1984 को दर्ज किया था। इस दिन जिले का अधिकतम तापमान 48.4 डिग्री दर्ज किया गया।
यह अब तक का ऑल टाइम रिकॉर्ड है, यह रिकॉर्ड पिछले 38 सालों से नहीं टूटा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार इन सालों में प्रदेश के किसी भी जिले में इतनी गर्मी नहीं पड़ी। केवल बिलासपुर जिला में 25 मई 2017 को तापमान 49.3 डिग्री तक पहुंचा। यह बिलासपुर जिले का अधिकतम तापमान का ऑल टाइम रिकॉर्ड है।
पिछले साल जून के पहले सप्ताह से ही प्री मानसून बारिश शुरू हो गई थी, लेकिन इस वर्ष अभी तक तेज गर्मी से राहत नहीं मिल पाई है। मंगलवार को अधिकतम तापमान एक्यूवेदर साइट के अनुसार 45 डिग्री था, तो बुधवार को भी वही स्थिति रही।
यानि इस स्थिति को लू चलने की स्थिति मानी जाती है, लेकिन भारत मौसम विज्ञान विभाग के मौसम केंद्र रायपुर द्वारा जारी किए गए बारिश व तापमान के आंकड़ों व पूर्वानुमान के अनुसार 8 जून को जिले का अधिकतम तापमान 43 डिग्री व न्यूनतम 29 डिग्री सेल्सियस रहा। अगले चार दिनों में यानि 12 जून तक तापमान 42 डिग्री के ऊपर ही रहेगा।
अब तक शुरू नहीं हुई प्री मानसून बारिश, 10 के बाद संभावना
मौसम विभाग के अनुसार नौतपा तो खत्म हो चुका है, लेकिन धर्म शास्त्र के अनुसार इस वर्ष 2 जून से नौतपा शुरू हुआ है। 10 जून को भीमसेनी एकादशी के साथ ही यह उतरेगा। जून का दूसरा सप्ताह शुरू हो गया है, पर प्री मानसून बारिश शुरू नहीं हुई है, जबकि पिछले साल जून के पहले 7 दिनों में ही 15.3 मिमी बारिश हो चुकी थी।
एक्सपर्ट व्यू: भौगोलिक परिस्थिति के बदलने से बदलाव
पहले तापमान ऑब्जरवेशन का तरीका अलग था, चांपा पहले सबसे अधिक गर्म जगह माना जाता था। भौगोलिक परिस्थितियां बदलती रहती है। इससे वातावरण में बदलाव आता है। ऑल टाइम रिकॉर्ड का फिलहाल टूटने की संभावना नहीं है – डॉ. एचपी चंद्रा, मौसम वैज्ञानिक, रायपुर