कोरबा मे हाथी ने ग्रामीण को कुचला, मौके पर ही मौत: कटघोरा वन मंडल में 24 हाथियों के दल ने जमाया डेरा…फसलें भी रौंदी…घरों को भी तोड़ा
कोरबा। जिले के कटघोरा वन मंडल में हाथी के हमले से एक ग्रामीण की मौत हो गई। मृतक का नाम रघुवीर है, जो जंगल की तरफ जा रहा था। इसी दौरान उसका सामना हाथियों के दल से हो गया। रघुवीर जब तक कुछ समझ पाता, उससे पहले ही हाथी ने उसे कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना कटघोरा वन मंडल के पसान रेंज के ग्राम खमरिया की है।
पसान फॉरेस्ट रेंज में पिछले कुछ दिनों से 24 हाथियों का दल डेरा जमाए हुए है। हाथियों ने फसलों को भी रौंद दिया है। जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों के कारण उनका जीना मुश्किल हो गया है, लेकिन वन विभाग कुछ नहीं कर पा रहा है। हाथियों ने कई घरों को भी तोड़ दिया है। उनकी मांग है कि हाथियों को इस इलाके से दूर खदेड़ा जाए, ताकि वे सुरक्षित महसूस कर सकें।
वन विभाग ने कराई मुनादी
इधर ग्रामीण की मौत के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और परिजनों को तत्काल राहत राशि मुहैया कराई। वहीं वन विभाग ने गांव और इसके आसपास जंगल की ओर नहीं जाने के लिए मुनादी भी करवाई है।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में भी हाथियों का उत्पात जारी
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में भी हाथियों का उत्पात जारी है। पिछले हफ्ते ही यहां 3 हाथियों के दल ने मरवाही रेंज के मटियाडांड गांव में घरों को तोड़ दिया था। वहीं वन विभाग के कर्मचारियों की सतर्कता के कारण एक महिला की जान भी बच गई। दरअसल एक घर के बाहर हाथियों का दल मौजूद था। इधर घर के अंदर 75 साल की बुजुर्ग सोनकुंवर मौजूद थी। हाथियों के डर से वो घर से बाहर भी नहीं निकल पा रही थी। किसी तरह से वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और महिला को बचाया।
राजनांदगांव और बालोद में भी हाथियों का डेरा
राजनांदगांव और बालोद के ग्रामीण इलाकों में भी हाथियों का उत्पात जारी है। पिछले सप्ताह दोनों ही जिलों में हुई अलग-अलग घटना में हाथियों के कुचलने से बुजुर्ग महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई थी। इससे इलाके में दहशत का माहौल है। राजनांदगांव के मोहला मानपुर क्षेत्र के ग्राम भैंसबोड़ में हाथियों ने संतराम मंडावी (45 वर्ष) नाम के ग्रामीण को कुचल दिया था। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
बालोद में भी 11 अगस्त को हाथी के कुचलने से बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी। इससे पहले 1 अगस्त को भी हाथियों ने बालोद जिले के मुल्ले गांव में एक किसान को घसीट-घसीटकर मार दिया था। इसके साथ ही करीब 3 हफ्ते के अंदर यहां हाथियों के हमले के कारण अब तक दो मौतें हो चुकी हैं।