छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में कोरोना के अधिकतर मामलों में संक्रमण के स्रोत का पता नहीं, स्वास्थ्य मंत्री बोले- यह कम्यूनिटी स्प्रेड है

छत्तीसगढ़ में कोरोना का सामुदायिक संक्रमण (कम्यूनिटी स्प्रेड) शुरू हो चुका है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री TS सिंहदेव ने इसकी पुष्टि की है। सिंहदेव ने कहा कि अब कोरोना के अधिकतर मामलों में संक्रमण के स्रोत का पता नहीं चल रहा है। यह कम्यूनिटी स्प्रेड का चरण है। स्वास्थ्य मंत्री TS सिंहदेव ने कहा, हम कांटेक्ट ट्रेसिंग के जरिये संक्रमण के स्रोत का पता लगाने की कोशिश करते हैं। अभी देखने में आज रहा है कि कोरोना की चपेट में आ रहे व्यक्ति को यह पता ही नहीं चल रहा है कि उसको बीमारी कहां से लगी। यह निश्चित रूप से कम्यूनिटी स्प्रेड की स्थिति है। इसकी वजह से बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हो रहे हैं। सिंहदेव ने कहा, संक्रमण की दर 5% से अधिक होने पर कम्यूनिटी स्प्रेड का खतरा बढ़ जाता है। हमारे यहां संक्रमण दर औसतन 30% के आसपास बनी हुई है। कुछ जिलों में यह 50% तक है। ऐसे में अधिक सावधान रहने की जरूरत है।

रविवार को 170 मौतों का आंकड़ा आया

स्वास्थ्य विभाग की ओर से रविवार रात जारी बुलेटिन में 42652 जांच और 12345 पॉजिटिव मामले की जानकारी दी गई। वहीं 14075 मरीज संक्रमण को मात देकर ठीक हुए। इसमें से 189 लोग अस्पतालों से डिस्चार्ज हुए हैं। 170 मरीजों की मौत भी हुई है। इनमें अकेले रायपुर के ही 67 मरीज शामिल हैं। बिलासपुर के 24 और रायगढ़ के 16 मरीज की भी मौत हुई।

हर राेज 15 हजार नए मरीज, 100 से अधिक मौतें

छत्तीसगढ़ में हर रोज औसतन 50 हजार जांच हो रही है। वहीं 15 हजार नए संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। वहीं 100 से अधिक मरीजों की मौत हो रही है। 17 अप्रैल को प्रदेश में 16083 नये संक्रमित मिले। 138 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हुई। एक दिन पहले 16 अप्रैल को नए मरीजों की संख्या 14912 थी और 138 मरीजों की मौत हुई। उससे पहले 15 अप्रैल को 15256 नए मरीज मिले। वहीं 105 मरीजों की जान गई।

अप्रैल के अंत तक 1.5 लाख से 2 लाख सक्रिय मरीज होने का अनुमान

प्रदेश में अभी सक्रिय मरीजों की संख्या 128019 है। रोज 8 हजार से 9 हजार लोग ठीक हो रहे हैं। लेकिन मरीजों की बढ़ती संख्या से दबाव बढ़ रहा है। राज्य सरकार का अनुमान है कि अप्रैल महीने के अंत तक प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या डेढ़ से 2 लाख के बीच होगी। प्रदेश सरकार का अनुमान है कि इनमें से 20% लोग यानी 40 हजार लोग अस्पताल ले आने की स्थिति में होंगे।

अब हमें क्या करना होगा

डॉक्टर भीमराव आम्बेडकर मेडिकल कॉलेज, रायपुर में क्रिटिकल केयर एक्सपर्ट डॉक्टर ओपी सुंदरानी कहते हैं, अब खतरा बड़ा है। हमें सावधानी भी उतनी ही बरतनी होगी। जब तक बहुत जरूरी न हो घर से बाहर न निकलें। बाहर निकलते समय मास्क पहनें। साबुन से हाथ धोते रहें। किसी भी तरह का लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करायें। जांच की रिपोर्ट आने तक खुद को आइसोलेट रखें। पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर होम आइसोलेशन के लिये फाॅर्म भरें। निर्देशों का पालन करें, ऑक्सीजन लेवल 90 से कम आने पर अस्पताल पहुंचे। ऐसा करके आप खुद के और दूसरों के लिये संक्रमण का खतरा कम करेंगे

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