
कोरिया/बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए कोरिया जिला प्रशासन ने जिले के तीन शहरी क्षेत्रों की सीमाएं सील कर दी है। 2020 में लगे पहले लॉकडाउन की तरह प्रशासन अब सख्ती के लिए तैयार है। प्रभावित मोहल्लों के साथ मुख्य सड़क पर बैरिकेडिंग की गई है। जिले में पिछले तीन दिन से रोज 500 से अधिक संक्रमित सामने आ रहे हैं। जिसने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। शुक्रवार को तीन मौत के साथ संक्रमित मरीजों की संख्या 600 के पार निकल गई। हालात को बिगड़ता देखकर प्रशासन ने बैकुंठपुर, चिरमिरी, मनेंद्रगढ़ की सीमाएं सील करने की तैयारी कर ली है। इस दौरान केवल यात्री बस, ट्रांसपोर्ट और इमरजेंसी सर्विस की छूट दी जाएगी। इसके अलावा शहरी सीमा में किसी भी प्रकार की आवाजाही के लिए मनाही रहेगी। जिस तरह चिरमिरी, बैकुंठपुर और मनेंद्रगढ़ में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं व कोरोना से लोगों की मौत हो रही है। उससे प्रतीत होता है कि लॉकडाउन एवं धारा 144 पर्याप्त नहीं हैं।
इसलिए प्रशासन अब कर्फ्यू जैसी रोक टोक की तैयारी कर रहा है। शहरी सीमाओं को सील करते हुए प्रशासन ने लोगों को घरों से बाहर न निकलने के निर्देश दिए हैं। कर्फ्यू जैसे हालात के दौरान केवल इमरजेंसी सर्विसेज मिलेंगी। होम डिलीवरी भी सुबह निश्चित समय के लिए उपलब्ध रहेगी। मेडिकल की सेवाएं जारी रहेंगी। कलेक्टर एस एन राठौर ने लोगों से इस दौरान सहयोग कर प्रशासन आदेश पालन करने की अपील करते हुए कहा कि जो लोग कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं करेंगे। उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
आने जाने के लिए एसडीएम देंगे अनुमति
आपात स्थिति में लोग बाहर आने जाने के लिए तहसीलदार व एसडीएम से संपर्क कर अनुमति ले सकते हैं। होम डिलीवरी के लिए एसडीएम को अनुमति देने का अधिकार दिया गया है। जिससे सुबह निर्धारित समय तक होम डिलीवरी की अनुमति मिल सकेगी। बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए अब प्रशासनिक सख्ती जरूरी हो है।
मोहल्ले सील हुए तो बैरिकेड तोड़े
बैकुंठपुर में देर रात पुलिस, प्रशासन ने हर्रापारा, धौरा टिकरा, मिशन रोड, कचहरी पारा आदि मोहल्लों के साथ मुख्य सड़क पर बेरिकेड लगा दिए। इनमें से कुछ मोहल्लों में लोगों ने बैरिकेड तोड़ डाले। लोगों को समझने की जरूरत है कि प्रशासन यह सब उनकी सुरक्षा के लिए ही कर रहा है।
चिरमिरी में 80 हजार, 25 हजार बैकुंठपुर में आबादी
चिरमिरी में 40 वार्ड के 80 हजार की आबादी व बैकुंठपुर में 20 वार्ड के 25 हजार की आबादी के बीच संक्रमण तेजी से फैल रहा है। मनेंद्रगढ़ में 30 हजार की आबादी भी सुरक्षित नहीं है, जिस पर प्रशासन ने शहरी क्षेत्रों की सुरक्षा और आवाजाही रोकने के लिए सीमा सील करने के साथ चेक पोस्ट तैयार किए हैं।