नई दिल्ली| गैस सिलेंडर के दाम रिवाइज करने के नाम पर गैस सिलेंडर में मिलने वाली सब्सिडी खत्म कर दी गई थी। इसके बाद राजधानी में सिलेंडर के दाम कम कर दिए गए थे। इसके बाद लगातार रसोई गैस के दाम में बढ़ोतरी हुई। कोरोना काल के बाद तो रसोई गैस के दाम में बेतहाशा वृद्धि हुई और अब सिलेंडर के दाम उतने ही हो गए हैं, जितने सब्सिडी खत्म करने से पहले थे।
इधर, केंद्र सरकार ने भी पेट्रोलियम पर सब्सिडी कम कर दी है। दाम में लगातार हो रही वृद्धि के चलते आम उपभोक्ताओं को रसोई गैस सिलेंडर महंगे दाम पर खरीदना पड़ रहा है। राजधानी में सोमवार से रसोई गैस के 14.2 किलोग्राम का गैस सिलेंडर के दाम 50 स्र्पये बढ़कर 775 स्र्पये हो गए हैं। इससे पहले एक फरवरी को 25 रुपये दाम बढ़े थे। जनवरी में गैस सिलेंडर के दाम 700 रुपये थे। इस तरह एक पखवाड़े में दूसरी बाद दाम बढ़ने से रसोई गैस भी घरों का बजट बिगाड़ रही है।
आपको बता दें कि, अप्रैल 2020 में गैस सिलेंडर के दाम 725 स्र्पये थे। 8 महीने पहले दाम संशोधित करते हुए रसोई गैस के दाम 588 स्र्पये सब्सिडी कम करने के नाम पर कर दिए गए थे। इसके बाद जून में ही 12.50 स्र्पये दाम बढ़ा दिए गए। इतना ही नहीं, जुलाई में फिर से 50 पैसे दाम बढ़ गए। नवंबर में भी 100 स्र्पये एक साथ बढ़ा दिए गए। इस तरह धीरे-धीरे हुई रसोई गैस के दाम में वृद्धि से आम जनता के घरों का बजट बिगड़ने लगा। अब एक महीने में दो बार दाम बढ़ने से आम जनता के मन में आक्रोश बढ़ता जा रहा है|