बिलासपुर

BJP की हुंकार रैली में पानी के लिए तरसीं ‘महतारियां’: महिलाएं बोलीं- खाना खिलाने के बहाने सुबह से लेकर लाए थे…भोजन तो दूर पानी तक नसीब नहीं

बिलासपुर। BJP की महतारी हुंकार रैली में आईं बुजुर्ग महिलाएं दोपहर से लेकर शाम तक भूखी-प्यासी भटकतीं रहीं। महिलाओं को नेताओं ने रैली में खाना खिलाने का दावा तो किया। लेकिन, महतारियों की माने तो उन्हें पानी तक नहीं दिया गया। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी रैली के बाद जब मंच पर भाषण दे रहीं थीं, उसी समय रैली से निकलकर महिलाएं भोजन की तलाश में पैदल निकल पड़ीं।

प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक है। जाहिर है कि सत्ता पक्ष के साथ ही प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा ने चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है। शुक्रवार को भाजपा ने महतारी हुंकार रैली निकालकर चुनाव की तैयारी का शंखनाद भी कर दिया। इस रैली में प्रदेश भर से 50 हजार से अधिक महिलाओं की भीड़ जुटने का दावा किया। लेकिन, इस भीड़ को जुटाने भाजपा नेताओं ने कैसे-कैसे हथकंडे अपनाए। यह कहानी भी रैली में शामिल होने आईं महिलाओं ने बताया।

रैली में नहीं पहुंच पाईं महिलाएं

रैली में शामिल होने के लिए जांजगीर-चांपा जिले से भी महिलाओं का एक दल भटकता मिला। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनकी गाड़ी को तोरवा में रोक दिया था, जिसके बाद वे पैदल रैली में शामिल होने जा रहीं थीं। लेकिन, रैली आगे निकल गई थी। इसके चलते उन्हें भटकना पड़ा। भीड़ देखकर महिलाएं सभा स्थल भी नहीं जा पाईं और जूना बिलासपुर के पास वापस जाती मिलीं।

आउटर में फंसी रहीं गाड़ियां, रैली में शामिल नहीं हो पाई महिलाएं

ऐसे ही शहर के आउटर इलाके में रैली में शामिल होने वाले गाड़ियों को पुलिस ने रोक दिया। दरअसल, पुलिस ने ट्रैफिक कंट्रोल करने रूट डायवर्ट किया था, जिसके कारण वाहनों को परिवर्तित मार्ग से होकर जाना था। लेकिन, कई गाड़ियां सीधे शहर में घुसने के फिराक में थे, जिसके कारण उन्हें अलग-अलग जगहों पर रोक दिया गया। शहर में जगह-जगह जाम की स्थिति निर्मित होने के कारण बाहर से आए वाहन चालकों को भटकना पड़ा। जब तक गाड़ियां वाहन पार्किंग स्थल पर पहुंची, तब तक देर हो चुकी थी। ऐसे में महिलाएं रैली में शामिल नहीं हो पाईं।

महिलाएं बोलीं- रैली में भोजन तो दूर पानी भी नहीं मिला

मस्तूरी क्षेत्र के लोहर्सी से आईं वृद्ध और अधेड़ महिलाएं जगमल चौक स्थित पटेल ग्राउंड से रैली में चार किलोमीटर पैदल सफर तय कीं। रैली के बाद जैसे ही सभा शुरू हुई भूखी-प्यासी महिलाएं पैदल खाने की तलाश में पैदल निकल गईं। उन्होंने बताया कि उन्हें नेताओं ने खाना खिलाने की बात कही थी। लेकिन, सुबह से खाना तो दूर पीने के लिए पानी भी नहीं मिला है।

सोशल मीडिया में वायरल हो रहा VIDEO

भाजपा की हुंकार रैली में शामिल महिलाओं की दर्द का यह VIDEO सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। कांग्रेसियों ने भी इसकी आड़ में भाजपा की महतारी हुंकार रैली पर तंज कसा है। शहर विधायक शैलेष पांडेय ने इसे नारी शक्ति का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने धारावाहिक में काम करने वाली स्मृति ईरानी को बिलासपुर में केवल अपने प्रचार प्रसार के लिए लाया था। उनको छत्तीसगढ़ की भोली भाली जनता से कोई लेना-देना नहीं है हुंकार रैली में सिर्फ भीड़ बढ़ाने के उद्देश्य से दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों को लाया गया, जिनको न जाने क्या-क्या झूठा वादा और लालच दिया गया था।

शुक्रवार को BJP महिला मोर्चा की महतारी हुंकार रैली में शामिल होने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बिलासपुर पहुंची थी। जहां छत्तीसगढ़ भवन में पार्टी नेताओं से मुलाकात के बाद गांधी चौक से स्मृति ईरानी महतारी हुंकार रैली में शामिल हुई। 3 किमी लंबे रोड शो में जगह जगह जोरदार स्वागत किया गया, कार्यकर्ता ने फूलों की वर्षा की। केंद्रीय मंत्री की रैली नेहरू चौक पहुंच गई।

छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के नेतृत्व में महतारी हुंकार रैली शुरू हुई थी। जगमल चौक के पटेल ग्राउंड से शुरू हुई महतारी हुंकार रैली गांधी चौक, गोल बाजार, सदर बाजार होते हुए नेहरू चौक पहुंची। इस बीच जब ये रैली देवकीनंदन चौक के पास पहुंची तब वहां पर एक एंबुलेंस भीड़ में फंस गई। भीड़ होने के कारण एंबुलेंस आगे नहीं बढ़ पा रही थी। मगर कार्यकर्ताओं ने उसे किसी तरह से उसे रवाना कर दिया है। उस एंबुलेंस में एक मरीज को सिम्स अस्पताल ले जाया जा रहा था।

भाजपा महतारी हुंकार रैली के बहाने 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव का शंखनाद कर दिया है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी यहां संगठन के नेताओं और पदाधिकारियों से मुलाकात की है। जहां प्रदेश के राजनीतिक हालातों पर चर्चा हुई। बिलासपुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया है।

इधर रैली के पहले पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि, प्रदेश की जनता सरकार के खिलाफ है,इसीलिए हुंकार रैली में 50 हजार से अधिक की संख्या में महिलाएं पहुंचीं। राज्य सरकार के खिलाफ जबरदस्त जन आक्रोश है। आज पूरा प्रदेश आतंकित है। महिलाओं पर अत्याचार का आतंक बढ़ा हुआ है।

केंद्रीय मंत्री बोलीं- ये दहाड़ रैली

इसके पहले जनसभा में मंच को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने कहा कि यह हुंकार नही पहाड़ रैली है, दहाड़ रैली शुरू हो गई है, सरकार अपना बोरिया बिस्तर बांध ले। सिंह ने कहा कि जब सरकार बनानी थी तब शराब बंदी की बात कही थी, लेकिन अब घर घर शराब बिक रही है। प्रदेश अध्यक्ष साव ने भी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जब से कांग्रेसियों ने सुना है स्मृति ईरानी आ रही हैं तब से वे थर- थर कांप रहे हैं, डर गए हैं। डरना भी चाहिए, ये वही स्मृति ईरानी हैं जिन्होंने अमेठी में कांग्रेस के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी को पटखनी दी थी।

  • आज देश में महंगाई बेतहाशा बढ़ गई है स्मृति क्यों चुप हैं? पूर्ववर्ती सरकार में जब झलियामारी जैसी घटनाओं में बच्चियों से दुराचार हो रहा था तत्कालीन सरकार एफआईआर भी नहीं दर्ज कर रही थी तब स्मृति क्यों मौन थीं?
  • रमन राज में जब छत्तीसगढ़ से 27 हजार से अधिक महिलाएं लापता थी तब स्मृति कहां थीं?
  • जब प्रदेश में हर दिन एक दुराचार की घटना होती थी, और तीसरे दिन सामूहिक दुराचार की घटना होती थी तब स्मृति कहां थीं?
  • हिड़मा मड़कम, मीना खल्को के साथ हुई दरिंदगी पर आप क्यों चुप थीं?
  • मोदी सरकार के गलत नीतियों के चलते देशभर में 1 करोड़ 50 लाख महिलाओं के हाथ से रोजगार छीना गया है, उन हाथों को रोजगार दिलाने स्मृति ईरानी क्या प्रयास किया?
  • गुजरात में भाजपा सरकार ने सजायाफ्ता 11 रेप के आरोपियों को जेल से रिहा किया है, स्मृति ईरानी उस दौरान मौन क्यों थी?
  • कठुआ उन्नाव में आपकी संवेदना कहां मर गई थी?
  • मध्य प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराबबंदी के लिए आंदोलन कर रही हैं, क्या स्मृति ईरानी उमा भारती के समर्थन में आंदोलन में शामिल होंगी?

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