उज्जैन। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने जिला और पुलिस प्रशासन तमाम उपाय कर रही है. इसके बाद भी लोग लॉकडाउन में घरों से बाहर निकलने में बाज नहीं आ रहे हैं. उज्जैन में ऐसे लोगों को पुलिस सबक सिखा रही है. कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने और मास्क नहीं पहनने वालों को अस्थाई जेल में भेजा जा रहा है. वहीं बेशर्म लोगों को बेशरम के पौधे भेंटकर उन्हें उनकी बेशर्मी का अहसास दिलाया जा रहा है.
नियम तोड़ने में युवा आगे, बेशरम के पौधे किए भेंट
पिछले दो दिन से बेवजह शहर में घूमने वालों पर कार्रवाई की जा रही है. इसके बाद भी लोग मानने को तैयार नहीं है. ऐसे में मंडी गेट चौराहे पर एडिशनल एसपी और एडीएम ने चेकिंग प्वाइंट लगाकर अनोखे तरीके से लोगों पर कार्रवाई को अंजाम दिया. उन्होंने लोगों से बाहर निकलने का कारण पूछा, जब कारण बेवजह लगा, तब एएसपी अमरेंद्र सिंह और एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी ने बेशरम के पौधे भेंट किए. इनमें सबसे बड़ी संख्या युवाओं की थी, जो बेवजह ही शहर में निकलकर बाहर घूम रहे थे. युवा पकड़ाने पर माफी मांगने लगे. जब पुलिस ने पौधे भेंट में दिए तो उसे लेने से इंकार करते हुए आगे से गलती नहीं दोहराने की बात कही.
वजह पूछने पर नए-नए बहाने बनाने लगे लोग
मंडी चौराहे पर बेशर्म लोगों के लिए बेशरम के पौधे गिफ्ट कर रहे अधिकारी भी कह रहे कि लोग है कि मानने को तैयार नहीं है. जब उनसे कारण पूछा तो नए-नए बहाने बनाने लग जाते है. ऐसे ही कई लोग थे जो 10 बजे के बाद भी घूम रहे थे. पुलिस ने बताया कि बेशर्म लोगों के लिए ये बेशरम का पौधा उन्हें उनकी बेशर्मी का अहसास कराने के लिए काफी थे.
सुबह 6 बजे से 10 बजे तक छूट
बता दें कि उज्जैन कलेक्टर ने कल से ही सब्जी, दूध, पेट्रोल पंप किराना सहित फल व्यवसायियों के लिए सुबह 6 बजे से 10 बजे तक छूट दी थी. लोग 10 बजे के बाद भी शहरों में घूमते नजर आए तो पुलिस ने बेशरम के पौधे भेंट किए. इस अनोखी कार्रवाई से जहां लोग लज्जित हो रहे थे, वहीं अपनी गलती भी मान रहे थे.