केन्द्रीय मंत्रियों के दौरे से गरमाई राजनीति: सीएम बोले- कुछ दे तो नहीं रहे सिर्फ देखने आ रहे हैं…वे सिर्फ राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं
रायपुर। केंद्रीय मंत्रियों के छत्तीसगढ़ दौरे ने प्रदेश की राजनीति गरमा दी है। देश के सभी 125 आकांक्षी जिलों में चल रही योजनाओं का परीक्षण तथा उन योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा के लिए केन्द्र के मंत्रियों को उन जिलों में भेजा जा रहा है। छत्तीसगढ़ में 10 आकांक्षी जिले हैं। इन जिलों के दौरे पर केन्द्र के नौ मंत्री आ रहे हैं।
केन्द्रीय मंत्री हरदीप पुरी छत्तीसगढ़ पहुंच चुके हैं उन्होंने महासमुंद जिले का दौरा कर योजनाओं की हकीकत जानी। दरअसल केंद्रीय मंत्रियों के इन दौरों को आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। बताया गया है कि आकांक्षी जिलों में केंद्रीय मंत्री, केन्द्र सरकार की योजनाओं की समीक्षा करेंगे तथा भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। 30 अप्रैल तक मंत्री छत्तीसगढ़ के सभी आकांक्षी जिलों का दौरा पूरा कर लेंगे। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी का गुरुवार को महासमुंद जिले का दौरे पर थे।
इसके बाद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 18 अप्रैल को राजनांदगांव जिले की समीक्षा करेंगे। अर्जुन राम मेघवाल बस्तर और नित्यानंद राय बीजापुर जाएंगे इसी तरह केंद्रीय राज्यमंत्री देव सिंह चौहान दंतेवाड़ा, भानुप्रताप सिंह कांकेर, अश्विनी चौबे कोरबा, केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय नारायणपुर और केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह सुकमा का दौरा कर मोदी सरकार की योजनाओं की समीक्षा करेंगे
छत्तीसगढ़ मॉडल का अध्ययन करने आ रहे हैं मंत्री: मरकाम
पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा कि मोदी सरकार के मंत्री सामाजिक न्याय पखवाड़ा के बहाने छत्तीसगढ़ मॉडल का अध्ययन करने आ रहे हैं। ऐसा कोई सप्ताह नहीं होता जब नीति आयोग छत्तीसगढ़ के किसी योजना पर अपनी राय न देता हो। मरकाम ने कहा कि भाजपा के मंत्री, गुजरात मॉडल फेल होने के बाद छत्तीसगढ़ की नकल करने आ रहे। मोदी सरकार के मंत्री छत्तीसगढ़ राजनीतिक पर्यटन पर आ रहे हैं तो उन्हें जनता को मोदी सरकार की वादाखिलाफी, नाकामी, विफलताओं और मुनाफाखोरी का जवाब देना चाहिए।
मरकाम ने मोदी सरकार के मंत्रियों से सवाल पूछा कि-देश की जनता मोदी सरकार की नीतियों के कारण महंगाई की मार झेलने को मजबूर है, जनता को महंगाई से राहत कब मिलेगी? सस्ता गैस, डीजल, पेट्रोल जनता को कब मिलना शुरू होगा? युवाओं को 2 करोड़ रोजगार देने का जो वायदा भाजपा ने किया था 8 साल के 16 करोड़ युवाओं को रोजगार कब मिलेगा? किसानों की आय कब दुगुनी होगी? छत्तीसगढ़ के लिये क्या लेकर आ रहे मोदी? प्रवक्ता सुरेन्द्र वर्मा ने कहा कि केन्द्रीय मंत्रियों का दौरा छग के भाजपा नेताओं को खारिज करने का प्रमाण है।
पैसे तो दे नहीं रहे अब क्या देखने आ रहे हैं: भूपेश
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बस्तर के सात जिले नक्सल प्रभावित हैं ये आकांक्षी जिले भी हैं। पैसे दे रहे थे उसे बंद कर दिया गया है। सीएम ने कहा कि कुछ दे तो नहीं रहे सिर्फ देखने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे सिर्फ राजनीतिक जमीन तलाशने के लिए आ रहे हैं।
2023 में होना है विधानसभा चुनाव
सामाजिक न्याय पखवाड़े के तहत केंद्रीय मंत्रियों के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर राजनीति भी गरमाने लगी है। दरअसल, छत्तीसगढ़ में 2023 में विधानसभा चुनाव होना है। भाजपा किसी भी राज्य में होने वाले चुनाव से डेढ़ साल पहले ही तैयारियों में जुट जाती है। लिहाजा केंद्रीय मंत्रियों के दौरे को इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। केंद्रीय मंत्रियों को स्पष्ट निर्देश है कि जिलों के दौरे के समय पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात करेंगे और संवाद कर फीडबैक लेंगे।