
रायपुर के जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम की सुविधा अटकी
रायपुर। जिला अस्पताल में शुरू होने वाली पोस्टमार्टम की सुविधा शासन की लेटलतीफी की वजह से अटक गई है। इधर, आंबेडकर अस्पताल में चिकित्सकों की कमी की वजह से समय पर पोस्टमार्टम नहीं हो पा रहा है।
बता दें कि जिला अस्पताल में लंबे समय से पोस्टमार्टम की सुविधाएं शुरू किए जाने की तैयारियां तो चल रही है, लेकिन आज तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। ऐसे में शव के पोस्टमार्टम के लिए आंबेडकर अस्पताल भेजा जाता है।
यहां पर कर्मचारियों की कमी की समस्या के चलते पोस्टमार्टम के लिए पीड़ितों को तीन से पांच दिनों तक का इंतजार करना पड़ रहा है। आंबेडकर अस्पताल के फोरेंसिक विभाग में वरिष्ठ और कनिष्ठ चिकित्सा अधिकारी मिलाकर छह लोग हैं, जो पोस्टमार्टम की प्रक्रिया करते हैं। अस्पताल में हर दिन 12 से 15 शव पोस्टमार्टम के लिए आते हैं।
कम चिकित्सक होने की वजह से न समय पर पोस्टमार्टम हो पा रहा है और न ही रिपोर्ट मिल पा रही है। मामले को लेकर विभाग ने खाली पदों को भरने के लिए कई बार शासन को पत्र लिखा है, लेकिन अब तक किसी तरह की कार्यवाही नहीं हुई है।
भवन तैयार
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक पोस्टमार्टम सुविधा शुरू करने के लिए चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। भवन भी बनकर तैयार है, जिसे इस महीने जिला अस्पताल को हैंडओवर कर दिया जाएगा। वहीं मरच्यूरी टेबल और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर खरीदने की तैयारी चल रही है। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि पोस्टमार्टम की प्रक्रिया अप्रैल के अंतिम या फिर मई के पहले सप्ताह में शुरू कर दी जाएगी।
आंबेडकर अस्पताल में पोस्टमार्टम की स्थिति
700 पोस्टमार्टम जनवरी-2021 से अब तक
15 शव अधिकतम पोस्टमार्टम के लिए आते हैं हर रोज
3,000 पोस्टमार्टम वर्ष-2020 में किया गया
3,500 पीएम 2019 में किया गया है
वर्जन
पोस्टमार्टम के लिए भवन तैयार है। इसे हम सप्ताह भर में हैंडओवर ले लेंगे। चिकित्सकों को प्रशिक्षण दे चुके हैं। पीएम के लिए जरूरी सामानों की खरीदी का कार्य चल रहा है। यह प्रशासन स्तर पर होना है। इस प्रक्रिया के बाद हम अप्रैल के अंतिम या फिर मई के पहले सप्ताह में पीएम की सुविधा शुरू कर देंगे – डॉ. पीके गुप्ता, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल, रायपुर