
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात का 100वा एपिसोड: कार्यक्रम को BJP ने उत्सव की तरह मनाया…ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों मे की गई थी प्रभारियों की नियुक्ति
छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के 100 वें एपिसोड को भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं ने उत्सव की तरह मनाया। इसके लिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में मन की बात कार्यक्रम के लिए प्रभारियों की नियुक्ति की गई थी।
जिला पंचायत सदस्य विद्या सिदार ने लवसरा में मन की बात कार्यक्रम को लेकर कहा कि जिस तरह से हमारे घर के मुखिया हमें कोई भी अच्छा कार्य करने के लिए मोटिवेट करते हैं। ठीक उसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हमारे मुखिया की तरह मन की बात से हमें प्रोत्साहित करते रहते हैं। उनके द्वारा स्वच्छता अभियान में जुड़े महिलाओं, कुटीर उद्योग से जुड़े लोगों एवं अन्य सभी तरह के अच्छे कार्य करने वालों को इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रोत्साहित किया जा रहा है।

सक्ती के वार्ड नं 16 में आयोजित कार्यक्रम में नगर पालिका सक्ती नेता प्रतिपक्ष धनंजय नामदेव ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने मन की बात के माध्यम से पूरे देश को एक सूत्र में पिरोया है। उन्होंने अपनी बातें अंतिम पंक्ति के व्यक्तियों तक पहुंचने का प्रयास किया है। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा कार्य करने वालों को हमेशा हाईलाइट करने का प्रयास किया है।
ग्राम पंचायत देवरी मे आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित भारतीय जनता पार्टी ग्रामीण मंडल अध्यक्ष प्रेम पटेल ने कहा कि मन की बात के 100वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से मन की बात के सभी कार्यक्रमों को याद करते हुए संपूर्ण भारत वासियों को एक दूसरे से जोड़ने वाला कार्यक्रम बताया। वहीं मन की बात से कई क्षेत्रों में अच्छा कार्य कर रहे लोगों से दूसरों को भी प्रेरणा मिल रही है। प्रेम पटेल ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा मन की बात के द्वारा किया गया यह प्रयास अनोखा एवं बेमिसाल है।
गौरतलब है कि मन की बात कार्यक्रम का आयोजन सक्ती नगर पालिका क्षेत्र के कई वार्ड सहित ग्रामीण अंचल के कई ग्राम पंचायतों में आयोजित की गई थी। जिसमें भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम जनमानस ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा मन की बात के 100 वें एपिसोड कार्यक्रम में भागीदारी निभाई।
मन की बात के 100 वें एपिसोड में क्या कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने
मन की बात कार्यक्रम का शुभारंभ अक्टूबर 2014 में विजयदशमी के दिन हुआ था। लगातार प्रसारित होने वाले इस मन की बात कार्यक्रम का यह 100 वां एपिसोड था। जिसे पूरे भारत देश सहित विश्व के अनेक देशों में भी प्रसारित किया गया। मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के अनेक कड़ियों को याद करते हुए बताया कि एक समय ऐसा भी आया था कि अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से मन की बात जैसे कार्यक्रम को साझा करने का अवसर प्राप्त हुआ था। मन की बात माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई भावनात्मक पहलुओं को छूने का प्रयास किया। जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि दूसरे के गुणों की पूजा करना चाहिए, चाहे वह विरोधी ही क्यों ना हो। उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम ने मुझे आप सभी से दूरी नहीं बढ़ने दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री के पद का दायित्व प्राप्त करने के बाद इस कार्यक्रम की शुरुआत की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि मन की बात मेरे लिए आस्था पूजा एवं व्रत के समान है। उन्होंने यह भी कहा कि यह मन की बात मेरी एक आध्यात्मिक यात्रा है। उन्होंने लोगों के द्वारा देश के प्रति दिए गए योगदान के संबंध में कहा कि बहुत से लोग वृक्ष लगाकर, बावली बनाकर एवं तालाब बनाकर देश निर्माण में अपना योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा की अभी तक जितने भी एपिसोड में हमने देश के लिए योगदान देने वालों के संबंध में जिक्र किया है। वह हमारे हीरो है।
प्रधानमंत्री ने सुनील जगराम के संबंध में बताया कि सेल्फी विथ डॉटर, बेटी को प्रमुखता के लिए सुनील जगराम जी को विशेष रूप से जाना जाता है। इसी तरह उन्होंने जम्मू कश्मीर के मंजूर अहमद की भी चर्चा की। उन्होंने विशाखापट्टनम के वेंकट मुरली प्रसाद के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत जैसे अधिक से अधिक घरेलू अपने लोगों के द्वारा बनाए गए सामानों का उपयोग करना को महत्व दिया। इसी तरह मणिपुर के विजय शांति के बारे में उन्होंने कहा कि कमल फूल के तने के रेशे से यह कपड़े बनाती है। जिसे देश एवं विदेश में पसंद किया जा रहा है।
हिमालय क्षेत्र में स्वच्छता पर कार्य करने वाले प्रदीप सांगवान के संबंध में बताया कि इनके संगठन के द्वारा प्रतिदिन 5 टन कचरा इकट्ठा किया जाता है। यह पहाड़ों के स्वच्छता अभियान में जुटे हुए हैं। नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि आप विदेश जाने से पहले अपने देश के विभिन्न राज्यों के पर्यटन स्थल पर अवश्य जाइए। मन की बात कार्यक्रम के दौरान यूनेस्को के डीजी के संदेश को भी कार्यक्रम में बताया गया। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में निस्वार्थ कार्य करने वाले को हाईलाइट करने संबंधी बातें कहीं। उन्होंने यह भी कहा कि देश भक्ति गीत, स्टोरी, रंगोली सभी तरह के कार्यों में लगे लोगों से मन की बात के माध्यम से बात करने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रसारण से जुड़े सभी एजेंसियों को धन्यवाद दिया।