सर्व आदिवासी समाज ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम सौपा ज्ञापन: मणिपुर मे हुए हिंसा पर सख्त कार्यवाही की मांग की
सक्ती जिले मे सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष छोटे लाल जगत के नेतृत्व मे मणिपुर में आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार भेदभाव व आदिवासी महिलाओं के साथ किए जा रहे निंदनीय कृत्य को लेकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर भारतीय सर्व आदिवासी समाज के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु के नाम अनुविभागीय अधिकारी की अनुपस्थिति मे तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
इस संबंध मे राजा धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि भारत देश के पूर्वी राज्य मणिपुर में आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार भेदभाव मतभेद व आदिवासी महिलाओं के साथ किए जा रहे निंदनीय कृत्य देश के लिए चिंताजनक विषय बना हुआ है। इससे पूरे देश के आदिवासी समुदायों में डर बना हुआ है। आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर सामूहिक गैंगरेप करना व हिंसात्मक हमले उनके लिए अभिशाप बन गया है। दो माह से चल रही इस हिंसा को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। समय रहते उचित कार्रवाई नहीं की जाती है तो हर जगह आदिवासी समाज के लोग सड़क की लड़ाई लड़ेंगे।
बता दे कि देश के मणिपुर की दो आदिवासी महिलाओं को बिना कपड़े के नग्न परेड करवाया गया था तथा घुमाया गया था। साथ ही उनके साथ सामूहिक बलत्कार भी किया गया। जिसने पूरे भारत वर्ष के आदिवासी महिलाओं के मान सम्मान को कुचल दिया। इस घटना से पूरे भारत देश के आदिवासी समाज बहुत ज्यादा आक्रोश में है। सर्व आदिवासी समाज ने सभी आरोपीयों को तत्काल फांसी पर चढ़ाने की मांग की है।
ज्ञापन सौंपने के दौरान जिला उपाध्यक्ष चन्द्रशेखर जगत, तिलेश्वर सिंह पोर्ते, राजकुमार राज, पुष्पेन्द्र सिंह मरावी, जिला महासचिव नंदकुमार कंवर, जिला कोषाध्यक्ष रामलाल राज मरावी, जय सिंह, योगेश राजवाडे, चंद्रशेखर दिलचंद भोपी विदार, हरपाल, दिगविजय सिदार, मोहन सिदार, गजा सिदार, समाक विकार कृष्णाधार देवशन कंवर, गवचा सिदार, खीकराम, खगेश्वरी मांझी, डिडेश्वरी जगत, आयुषी, चांदनी, अनिषा, गरिमा टंडन, मोनिका सिदार, पूजा पटेल, निकीता जगत, बसंती सिदार, अंजली, लकेश्वरी सिदार, मुक्ती सारथी, प्राची, पूजा, ममता, सिमरन, हेमलता सिदार, मीतू सिंह, देवेन्द्र सिंह भोई सहित भारी संख्या मे उपस्थित रहे।