छात्र परीक्षा रद्द होने पर न लें तनाव…रुचि के मुताबिक ही चुनें 11वीं में सब्जेक्ट

रायपुर। देश में कोरोना महामारी के रफ्तार को देखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं की परीक्षा को रद्द कर दी है। और 12वीं की परीक्षा को फिलहाल स्थगित किया गया है। इधर परीक्षा रद्द होने और टल जाने से कई छात्र-छात्राएं के मन में कई सवाल आ रहे हैं। इस निर्णय से 10वीं में किस तरह आधार से अंक दिया जाएगा। 11वीं में किस आधार पर सब्जेक्ट का चुनेंगे। 10वीं की परीक्षा के लिए तैयारी पूरी हो चुकी थीं।

मेहनत से परीक्षा देते तो अधिक अंक आते। इसके अलावा 12वीं के छात्र आगे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी प्रभावित होने को लेकर परेशान हैं। ऐसे कई सवाल सामने आ रही है। नईदुनिया ने इन सवालों का जवाब तलाशने के लिए मनोचिकित्सकों और शिक्षा विशेषज्ञों से चर्चा। इन लोगों का कहना है कि 10वीं परीक्षा रद की गई है। इससे छात्रों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि नई शिक्षा नीति में 12वीं को ज्यादा तवज्जा दिया है। अभी नई शिक्षा नीति से पढ़ाई जारी है।

वहीं 12वीं की परीक्षा को जानबूझकर अभी कोरोना महामारी के कारण परीक्षा को रद्द करने के बजाय फिलहाल टाल दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह देशहित में लिया है। इसे सरकार की विफलता न मानें। क्योंकि हम सभी को सबकी सेहत की चिंता है। बीमारी से सुरक्षित रहना जरूरी, लेकिन करियर को लेकर बहुत छात्र-छात्राें चितिंत होना स्वाभाविक है। इससे ज्यादा तनाव न लें। बड़ी बात यह हम सबको नई शिक्षा नीति को समझाने की जरूरत है।

अपनी रूचि के अनुसार 11वीं में चुनें सब्जेक्ट

शिक्षाविदों का कहना है कि परीक्षा रद्द होने से चिंतित छात्र-छात्राएं वे अंक आधार पर 11वीं की पढ़ाई के लिए विषय चुनते हैं, लेकिन पहली बात देखना होगा कि अंक के आधार पर विषय नहीं चुनना चाहिए। बल्कि इसके लिए अपनी रूचि को ज्यादा तवज्जा देना चाहिए। रही बात यह है कि यदि अंक के आधार सब्जेक्ट चुनना चाहते है तो जहां तक ज्यादातर: स्कूलों में प्री-बोर्ड के परीक्षा ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में हो चुकी हैं।

इससे अंक के आधार पर अपना विषय चुन सकते हैं। अंक के साथ ही बच्चों की पसंद भी अहम रोल हो सकता है। दूसरी ओर बात यह है कि किसी दोस्तों को देखादेखी कर सब्जेक्ट न चुनें।

12वीं के अंक को ज्यादा तवज्जो

कोरोना महामारी के कारण सीबीएसई ने फिलहाल 10वीं की परीक्षा रद्द की है। इससे छात्र-छात्राएं और पालकों को परेशान होने की जरूरत नहीं है, न ही तनाव लेने की। बशर्ते अभी ध्यान रखें महामारी का दौर है। ऐसे में तनाव में होने के कारण कई तरह की परेशानी झेलना पड़ सकती है। सरकार ने नई शिक्षा नीति में 10वीं की नहीं, बल्कि 12वीं के अंक को ज्यादा तवज्जो दिया है। ऐसे में 10वीं के छात्रों को तनाव लेने की जरूरत नहीं है। वहीं 11वीं सब्जेक्ट चुनने के लिए अपनी रूचि के अनुसार ही चुनें, न की दोस्तों की देखी-देखी से – डाॅ. प्रियंवदा श्रीवास्तव, मनोविज्ञानी

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