वन विभाग ने दिखाई सक्रियता: इलेक्ट्रो इव्यैल्यूलेशन मैथड से छोटू नर वन भैंसा का सिमन…सबसे पहले दिपाशा को चढ़ाएंगे…14 लाख में मंगाई नई मशीन
रायपुर। प्रदेश में राजकीय पशु वन भैंसा का कुनबा बढ़ाने वन विभाग ने सीसीएमबी हैदराबाद से आर्टिफिशियल रिस्ट्रेनर छूट मशीन मंगाई है। इसे उदंती सीता नदी में इंस्टाल किया जा रहा है। एक माह में मशीन को री-स्टोर कर सबसे पहले इलेक्ट्रो इव्यैल्यूलेशन मैथड से छोटू नर वन भैंसे का सिमन जंगल सफारी में मौजूद क्लोन मादा दिपाशा को चढ़ाया जाएगा। राज्यभर में अभी दिपाशा और असम से लाई गई मानसी ही मादा बची हैं। मानसी की उम्र कम है। इसलिए सबसे पहले दिपाशा पर इसका प्रयोग किया जाएगा।
राज्य बनने के समय वनभैंसों की संख्या करीब 80 थी, लेकिन बाद में इनकी संख्या में तेजी से कमी हो गई। 2005-06 में इनकी संख्या घटकर करीब 12 हो गई। अभी प्रदेशभर में राजकीय पशु की संख्या घटकर 10 हो गई है। इसमें उदंती सीता नदी में 7 नर, बारनवापारा में असम से लाए एक नर और एक मादा और जंगल सफारी में क्लोन से तैयार की गई दिपाशा ही है। दिपाशा की उम्र अधिक हो रही है। इसके पहले वह कई बार हीट हो चुकी है, लेकिन सफारी में नर वन भैंसा नहीं होने से मेटिंग नहीं हो सकी। इसलिए अब आर्टिफिशयल रिस्ट्रेनर छूट मशीन से नर का सिमन निकालकर उसमें चढ़ाने की तैयारी की जा रही है।
माइनस 192 डिग्री में रखा जाएगा सिमन
देश में पहली बार वन भैंसा का सिमन छूट पद्धति से निकाला जाएगा। नेशनल जू एथॉरिटी ने दिपाशा को आर्टिफिशियल तरीके से गर्भधारण की मंजूरी दी है। इस अनुमति के बाद ही विभाग हरकत में आया। अफसरों के अनुसार वन भैंसे का सिमन निकालकर दुर्ग स्थित अंजोरा में माइनस 192 डिग्री में रखा जाएगा। इतने डिग्री में सिमन रखऩे के बाद यह सालों साल खराब नहीं होगा। विभाग को जरूरत पड़ने पर बाद में भी इसका उपयोग किया जा सकता है।
बारनवापारा में 10 एकड़ में बना बाड़ा
वन विभाग को चार साल पहले असम से पांच मादा और एक नर लाना था। विभाग दो साल पहले एक नर और एक मादा ही ला पाया। अभी चार मादा वन भैंसे को और लाना है। इनके लिए बारनवापारा में 10 एकड़ का बाड़ा बनाया गया है। फिलहाल वहां दोनों नर-मादा को रखा गया है। विशेषज्ञों के अनुसार इन्हें उदंती सीता नदी में इसलिए नहीं रखा गया है कि वन्य जीवों के रहने और उनकी संख्या बढ़ने से अस्तित्व का संकट पैदा हो जाता।
वन भैंसों की संख्या बढ़ाने पर काम किया जा रहा है। इसके लिए सीसीएमबी से आर्टिफिशयल रिस्ट्रेनर छूट मशीन मंगाई गई है। उदंती सीता नदी मेें इसका इंस्टॉलेशन हो रहा है। – पीवी नरसिंह राव, पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ छत्तीसगढ़
हैदराबाद से खरीदी एक महीने में लगाएंगे
सीसीएमबी हैदराबाद से 14 लाख आर्टिफिशियल रिस्ट्रेनर छूट मशीन मंगाई गई है। इसकी लंबाई 20 तथा चौड़ाई 10 मीटर होगी। वन विभाग ने इसे बारिश में मंगवाया था, लेकिन जहां स्टॉल करना है वहां नाला पार करके जाना पड़ता है। उस समय नाले में पानी था इसलिए मशीन स्टॉल नहीं हो पाई। अब बारिश खत्म होते ही इंस्टालेशन का काम शुरु कर दिया गया है। हालांकि काम पूरा करने एक माह का समय लगेगा।