ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफार्म का नाम अब अंबानी बुक: रायपुर से बिलासपुर में कारोबार ऑपरेट करता था पश्चिम बंगाल का युवक…मैट्रोमोनियल कंपनी के बहाने खुलवाता था बैंक अकाउंट
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ समेत देश के कई राज्यों में चल रहे बेटिंग प्टेलफार्म चलाने वाले गिरोह महादेव और अन्ना रेड्डी का नाम बदलकर अंबानी बुक कर लिया गया है। बिलासपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक बड़े गिरोह को पकड़ा है, जो पश्चिम बंगाल से जुड़ा हुआ है और रायपुर में रहकर बिलासपुर में मैट्रोमोनियल ऑफिस की आड़ में ऑनलाइन सट्टे के अवैध कारोबार से जुड़ा है। इस गिरोह का सरगना सट्टेबाजों को लाखों रुपए जमा कराने के लिए बैंक अकाउंट्स उपलब्ध कराता था। इसके एवज में वह प्रति अकाउंट 10 हजार रुपए हर महीने किराया लेता था। अब पुलिस रेंट पर अकांउट लेने वालों पर भी जल्द ही बड़ी कार्रवाई करने का दावा कर रही है।
प्रदेश में बेटिंग प्लेटफार्म पर हो रही ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद भी सट्टे का ऑनलाइन कारोबार थम नहीं रहा है। पुलिस की छापेमारी और कार्रवाई के बाद सफेदपोश सट्टेबाजों की भले ही नींद उड़ गई है। लेकिन, इसके सरगना अब भी अपना कारोबार बेखौफ होकर संचालित कर रहे हैं। इसका खुलासा तब, हुआ जब पुलिस के पास एक युवक पहुंचा। उसने बताया कि सरकंडा में सौभाग्य मैट्रोमोनियल कंपनी चलाने वाले ने उसके नाम से बैंक अकाउंट खुलवाया है और बैंक के सारे दस्तावेज खुद रख लिया है। बैंक अकाउंट खोलने के लिए उसे 10 हजार रुपए कमीशन और हर महीने रुपए देने का झांसा दिया गया था। लेकिन, उसे कमीशन भी नहीं दिया गया है। युवक ने पुलिस को बताया कि कुछ दिन पहले उसे जानकारी मिली है कि ऑनलाइन सट्टेबाज इस तरह से दूसरे लोगों के नाम का अकाउंट इस्तेमाल कर रहे हैं। उसे शक है कि उसका भी अकाउंट का इसी तरह दुरुपयोग किया जा रहा है।
पुलिस ने मैट्रोमोनियल ऑफिस में दी दबिश, संचालक समेत तीन गिरफ्तार
युवक की जानकारी देने के बाद पुलिस की टीम ने सरकंडा स्थित सौभाग्य मैट्रोमोनियल के ऑफिस में दबिश दी, जहां संचालक समेत तीन युवक मिले। उन्हें पकड़कर पुलिस पूछताछ कर रही है। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने तालापारा निवासी सुमित कुमार बंजारे पिता टेकलाल बंजारे (20) की रिपोर्ट पर इन तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि सुमित के नाम से अकाउंट खोलकर इन युवकों ने धोखाधड़ी की है और उसे कमीशन की राशि भी नहीं दी है, जिसके कारण उनके खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
प्रति अकाउंट का मिलता है दस हजार रुपए किराया
मैट्रोमोनियल के पश्चिम बंगाल निवासी संचालक संचालक समर कर्माकर पिता शंकर कर्माकर (26) रायपुर के संतोषी नगर संगम ऑटा चक्की के पास रहता है। वह बिलासपुर में सौभाग्य मैट्रोमोनियम कंपनी चलाता है। उसके ऑफिस में मुंगेली के मानपुर निवासी निरंजन कुमार महिलांगे पिता हियाराम महिलांगे (30 ) और सकरी क्षेत्र के लाखासार निवासी संतोष रजक पिता राजकुमार रजक (21) काम करते हैं। इनके पास से पुलिस ने करीब 60 बैंक अकाउंट्स की जानकारी हासिल की है, जिसे उन्होंने किराए पर ऑनलाइन सट्टेबाजों को दिया है। इसके एवज में उन्हें प्रति अकाउंट्स 10 हजार रुपए प्रति माह किराया वसूल करते हैं। वहीं, मैट्रोमोनियल कंपनी के संचालक और उसके कर्मचारी बेरोजगार, गरीब और कम पढ़े लिखे लोगों को दो से पांच हजार रुपए कमीशन और हर महीने दो से तीन हजार रुपए देने का लालच देकर खाता खुलवाते हैं और उनके अकाउंट को ऑनलाइन सट्टेबाजों को दे देते हैं।
महादेव और अन्ना रेड्डी का नाम हुआ अंबानी बुक
पुलिस ने इन आरोपियों से पूछताछ की और उनके पास से मिले अकाउंट्स की शुरूआती जांच की, तब पता चला कि ऑनलाइन सट्टा चलाने वाले गिरोह महादेव और अन्ना रेड्डी ने पिछले कुछ दिनों में ही अपने प्लेटफार्म का नाम बदल कर अंबानी बुक कर लिया है। इनके पास से मिले बैंक अकाउंट्स में अंबानी बुक के नाम से रुपए जमा होने लगा है।
पुलिस का दावा – अब होगा बड़ा खुलासा
एडिशनल SP राजेंद्र जायसवाल ने बताया कि ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफार्म पर पुलिस जल्द ही बड़ी कार्रवाई करने वाली है। इस गिरोह से मिली जानकारी पर पुलिस रैकी कर रही है। जिसके आधार पर अब किराए पर बैंक अकाउंट लेने वाले गिरोह तक पहुंचकर पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। इस गिरोह के पास इस तरह से किराए में लिए गए खातों का डिटेल्स भी खंगाले जा रहे हैं।