बिलासपुर। सीजीएमएससी (CGMSC) ने बीते साल 23 अगस्त 2019 से महाराष्ट्र की मेडिकल फर्म ग्लेशियर फार्मास्युटिकल प्राइवेट कंपनी महाराष्ट्र से एल्युमिनियम हाइड्रोक्साइड प्लस मैग्नीशियम हाइड्रोक्साइड सीरप (डी कोड: डी 18) लेकर बिलासपुर, मुंगेली व गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में सप्लाई शुरू की थी। यह सीरप जांच में अधोमानक पाया गया है। ऐसे में सीजीएमएससी ने 151 बैच में भेजे गए इस सीरप को वापस लौटाने को कहा है। लेकिन, 19 माह से अस्पतालों में बंट रहे सीरप को बड़ी संख्या में मरीजों ने सेवन कर लिया है। अब हर केंद्र में बचे हुए स्टाक को ही वापस किया जा सकेगा, जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
सरकारी अस्पतालों में दवा सप्लाई करने की जिम्मेदारी सीजीएमएससी की है। महाराष्ट्र के मेडिकल फर्म ग्लेशियर फार्मास्युटिकल प्राइवेट कंपनी द्वारा एल्युमिनियम हाइड्रोक्साइड प्लस मैग्नीशियम हाइड्रोक्साइड सीरप की खरीदी की थी। तब से इसके 151 बैच की सप्लाई की जा चुकी है। यह सीरप बिलासपुर, मुंगेली व गौरेला-पेड्रा- गौरेला में भेजा जा रहा था। सरकारी अस्पतालों में चिकित्सक मरीजों को यह दवा लिखते रहे।
इसी बीच सीजीएमएससी को पता चला कि इस सीरप की सप्लाई अन्य प्रदेशों में भी की गई है, जहां से इस दवा के गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। तब सीजीएमएससी ने कंपनी से इस दवा के संबंध में पूछताछ करने के बाद सीरप की गुणवत्ता की जांच कराई। इसमें यह अधोमानक पाया गया। दवा सप्लायर कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है। इधर स्वास्थ्य विभाग बचे हुए सीरप को वापस करने की तैयारी कर रहा है और सभी अस्पतालों को निर्देश दे दिए गए हैं।
सिम्स में बड़े पैमाने पर हुआ है उपयोग
इस सीरप की सप्लाई सिम्स में भी की गई है। यहां रोजाना औसतन हजार से ज्यादा मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में यहां से बड़े पैमाने पर मरीजों को यह दवा लिखी गई है। वहीं अब अधोमानक होने की जानकारी लगने के बाद सीरप के स्टाक के बारे में पता किया गया तो यह बहुत ही कम मात्रा में मिला है।
इन बीमारियों पर देते है सीरप
पेट संबंधी बीमारियों को लिए यह सीरप बनाया गया है। पेट में अम्ल, एसिडिटी, गैस, आंतों में पानी बढ़ना, अपच जैसे लक्षण होने पर यह दवा दी जाती है। लेकिन, इसके अधोमानक निकलने से दवा के सेवन से साइड इफेक्ट होने की आशंका ज्यादा है।
यह है साइड इफेक्ट
अधोमानक सीरप के सेवन से शरीर पर कई तरह के दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं। इसमें भूख न लगना, मांसपेशी कमजोर हो जाना, मतली, उल्टी, दस्त, कब्ज, थकान, कमजोरी के साइड इफेक्ट हो सकते हैं।
सीजीएमएससी ने सीरप की जांच में अधोमानक निकलने की जानकारी दी है। दवा वापस मांगी गई है। स्टाक की जानकारी ली जा रही है। जितनी भी दवा बची होगी उसे वापस कर दिया जाएगा। इस दवा का सेवन प्रतिबंधित है – डा. प्रमोद महाजन, सीएमएचओ, बिलासपुर