दुर्ग

क्रेशर व्यापारी के बेटे ने की खुदकुशी: डिप्रेशन मे रहता था…सुसाइड नोट में लिखा- मम्मी-पापा मुझे माफ करना, मैं ऐसे नहीं जी सकता…शिवनाथ नदी में मिली लाश

दुर्ग। जिले के शिवनाथ नदी में दो युवकों की गुरुवार सुबह लाश मिली। पहली लाश की पहचान राजनांदगांव निवासी ऋषभ सिंघल (26 साल) के रूप में हुई है। ऋषभ के पास से पुलिस को सुसाइड लेटर भी मिला है, जिससे ये साफ है कि उसने खुदकुशी की है। वह क्रेशर व्यवसायी का बेटा था। वहीं दूसरे युवक की पहचान के लिए पुलिस लोगों से पूछताछ कर रही है।

दुर्ग सीएसपी अभिषेक झा ने बताया कि ऋषभ सिंघल राजनांदगांव के वर्धमान नगर का रहने वाला था। घरवालों ने बताया कि बुधवार शाम को वह जिम जाने की बात कहकर बाइक से निकला था। जब रात तक वह घर नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता हुई। उन्होंने उसके मोबाइल में कॉल किया तो वो बंद बताया। इसके बाद परिजनों ने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन निकाला तो वह दुर्ग का मिला।

गुरुवार को पुलिस जब दुर्ग में बघेरा के पास बने शिवनाथ नदी के ब्रिज पर पहुंची वहां ऋषभ की बाइक चप्पल व कपड़े मिले। जब उसके मोबाइल में फोन किया गया तो वह नहीं लगा। इसके बाद एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। एसडीआरएफ की टीम ने कई घंटे की खोज के बाद ऋषभ का शव बरामद कर लिया। उसके अलावा एक और शव को भी बरामद किया गया है। दूसरा शव भी 25-30 साल के युवक की बताया जा रहा है।

ऋषभ ने सुसाइड लेटर में लिखा खुदकुशी का कारण

ऋषभ के कपड़ों से एक सुसाइड लेटर मिला है। उसमें उसने अपने माता पिता से मॉफी मांगते हुए लिखा है कि “मुझे माफ कर देना। मैं इस तरह अब और नहीं रह सकता हूं। इतने दिन तक आप लोगों का का चेहरा देखकर जिंदा रहा, लेकिन अब इस तरह और नहीं जी सकता हूं। इसलिए मैं खुदकुशी करने जा रहा हूं।”

दुर्घटना के बाद से डिप्रेशन में रहता था ऋषभ

ऋषभ चार साल पहले सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गया था। वह कई दिनों तक कोमा में भी रहा। इसके बाद वह ठीक तो हो गया, लेकिन उसका शरीर पहले की तरह स्वस्थ नहीं हो पाया। उसकी पूरी बॉडी रिकवर हो जाए इसके लिए वह जिम भी जाता था। लेकिन ऐसा न होने से वो मानसिक रूप से डिप्रेशन में रहता था।

पिता हैं क्रेशर व्यवसायी

ऋषभ के पिता अशोक सिंघल पेशे से क्रेशर व्यवसायी हैं। उनका ढेलकाडीह में अशोक सिंघल नाम से क्रेशर प्लांट है। उसे खुद अशोक सिंघल और उनका बेटा ऋषभ मिलकर देखते थे। परिजनों को ऐसा लगने लगा था कि अब ऋषभ ठीक हो रहा है और मानसिक रूप से रिकवर भी कर रहा है। उन्हें यह नहीं पता था कि उनका बेटा इतना बड़ा कदम उठा लेगा।

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