कवर्धा हिंसा का आरोपी होगा जिला बदर: SP ने कलेक्टर को सौंपी रिपोर्ट…नोटिस जारी…30 नवंबर तक देना होगा जवाब
कवर्धा: कवर्धा में हुई हिंसा के आरोपी रिजवान को जिला बदर किया जाएगा। इसके लिए कवर्धा एसपी मोहित गर्ग ने कलेक्टर रमेश शर्मा को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। जिसमें कहा गया है कि हिंसा के आरोपी को जिला बदर किया जाए। इसके बाद कलेक्टर ने रिजवान को नोटिस जारी किया है। 3 अक्टूबर को लोहारा नाका कवर्धा में डिवाइडर में लगे धार्मिक झंडे को निकाल देने पर 2 समुदाय के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसके बाद शहर में धारा 144 लगा दी गई थी।
एसपी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दो समुदाय के बीच हुए विवाद के चलते शहर का शांतिपूर्ण माहौल खराब हुआ। इस मामले में आरोपी रिजवान के खिलाफ कवर्धा थाने में केस भी दर्ज है। घटना के बाद उसे गिरफ्तार भी किया गया था। रिपोर्ट पेश करने क बाद कलेक्टर ने रिजवान को नोटिस जारी किया है।
30 नवंबर तक जवाब देना होगा
कलेक्टर ने नोटिस जारी करते हुए कहा है कि आरोपी रिजवान को जमानत पर रिहा किया गया है। 3 से 5 अक्टूबर को 2 समुदाय के बीच हुए विवाद में रिजवान की मुख्य भूमिका रही है। इसलिए उसके खिलाफ छत्तीसगढ़ राज्य सुरक्षा अधिनियम की धारा 3, 5 के अंतर्गत कार्रवाई कर जिला बदर किए जाने के लिए रिपोर्ट पेश की गई है। कलेक्टर ने आरोपी से 30 नवंबर 2021 तक जवाब देने को कहा है। जवाब संतोषजनक नहीं देने पर जिला बदर की कार्रवाई की जाएगी।
कवर्धा में क्या हुआ था ?
3 अक्टूबर को पूरा विवाद वार्ड नंबर 27 के लोहारा नाका चौक इलाके में झंडा लगाने को लेकर शुरू हुआ था। रविवार दोपहर कुछ युवकों ने अपना झंडा चौराहे पर लगा दिया था। इसी बात को लेकर दो गुटों के युवक सड़क पर लाठी-डंडे लेकर उतर आए। एक दूसरे को पीटा। पत्थरबाजी हुई। पुलिस की आंखों के सामने एक युवक को भीड़ पीटती रही। मारपीट में 8 लोग घायल हुए थे। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
गुरुवार को बीजेपी के दो नेताओं को मिली जमानत
इस मामले में पुलिस में कई भाजपा नेताओं के नाम भी आए हैं। पुलिस ने भाजपा सांसद संतोष पांडेय, पूर्व CM डॉ. रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह सहित 14 भाजपा नेताओं पर अशांति फैलाने के आरोप में FIR दर्ज की थी। जिसके बाद BJP के प्रदेश मंत्री व जिला पंचायत सदस्य विजय शर्मा और भाजयुमो नेता कैलाश चंद्रवंशी को गिरफ्तार भी किया गया था। गुरुवार को ही दोनों नेताओं को जमानत मिली है। दोनों नेता पिछले 19 दिनों से जेल में बंद थे। पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों के कुल 100 से ज्यादा लोगों पर कार्रवाई की थी।